अतिथि स्वागत शायरी/आभार शायरी । Guest Shayari/Gratitude’s Shayari
आभार शायरी – सभी मंच संचालक मित्रों को स्नेहिल अभिवादन। मंचीय प्रस्तुतिकरण में अगर कोई सबसे महत्वपूर्ण क्रम होता है तो वो होता है अतिथियों का स्वागत क्रम। इस आर्टीकल आभार शायरी में अतिथि स्वागत शायरी एवम Gratitude shayari का प्रथम collection आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ। आशा है इससे आप सबको कुछ सहायता अवश्य मिलेगी।
आभार शायरी
कौन कहता है कि रिश्तों में
जलन कड़वाहट बसती है
हमारे ग्रुप में आकर देखो
यहाँ केवल सौगात बटती है
कार्यक्रम को भव्य सफलता
दिलाकर आपने बता दिया है
कि हमारे दिलों में सिर्फ
और सिर्फ मोहब्बत बसती है।
हथेली पर सूरज उग आता है
सुना था आज देख लिया
उम्मीद मिल जाए तो मन हवा में
उड़ जाता है देख लिया
आप यहाँ पधारे, हमारे हौसलों को
तो पंख लग गये मानो
अच्छे इंसान के साथ कैसे
जहाँ जुड़ जाता है देख लिया।
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काश मेरे हाथ में होता
आसमान देने को मन करता है
सर झुक-झुक जाता है
इतना मान देने को मन करता है
आप लोगों ने बंजर जमीन पर
चन्दन उगा दिए मेरे दोस्तो
आपकी मेहनत लगन पर
दिलो जान देने को मन करता है।
इस बस्ती से अलग ज़माने से ज़ुदा कह दें
अजब कहें अज़ीम कहें अलहदा कह दें
आपकी रहनुमाई के किस्से इतने मकबूल हैं
कि हमारी पेश चले तो हम आपको खुदा कह दें।
किसी हुकूमत की नहीं दिलों में बसने की चाह थी
लक्ष्य पहाड़ सा था पर अपनी टीम भी तो वाह थी
अँधेरा था चिराग ना थे हमने हौसले जला लिए
नूर के लिये कौन कितना जला किसको परवाह थी।
दिल डूब-डूब जाता था उम्मीद जगती ना थी
हथेली पर गुलाब खिला दें यूँ हमारी हस्ती ना थी
हम कैसे शुक्रिया आभार उपकार कहें आपका
अगर आप ना आते तो यह शाम महकती ना थी।
ऐ मेरे मालिक मुझे दिल से निकली दुआ बना दो
मुझे मोहब्बत से लबरेज कर दो क़ुछ जुदा बना दो
आज मेरे यारों ने ज़न्नत बना दी है ज़मीं पर
इन्हें फ़रिश्ते बनाना है पल को मुझे ख़ुदा बना दो।
कतरा-कतरा समंदर हो जायेगा ज्ञान नहीं था
मुट्ठी में कैद अम्बर हो जायेगा अनुमान नहीं था
आप सबके जज़्बे को नमन करता हूँ मेरे मित्रो
कार्यक्रम को इतना सफल बनाना आसान नहीं था।
ये तो हमारी हस्ती थी जो हर अलम झेल गये
क़ुछ अपने आये थे चिरागों में ज़हर पेल गये
फरमा बरदारों ने कहर ढाने में कसर ना छोड़ी थी
चिराग दूसरी ही मिट्टी के थे जान पर खेल गये।
इस आर्टिकल आभार शायरी के बारे में आपके विचार आमंत्रित हैं।
अमित भैय्या जी ,
सादर नमस्ते
आशा है आप ईश की महती कृपा से सपरिवार सकुशल होगें
मुझे आपका यह लेखन कार्य बहुत अच्छा लगा ।
भगवद् कृपा सदैव आप हस तरह के लेख हम लोगों को पढ़ने का अवसर देते रहे।
इसी शुभकामना के साथ….
बहुत-बहुत धन्यवाद राजा भैया जी। आप सचमुच दिल के राजा है। आपकी सराहना की शैली हमें बहुत भायी। आपका ढेरों ढेर आभार। ईश्वरीय कृपा आप पर सदा बरसे। उड़ती बात के साथ जुड़े रहें।
आपका सन्देश प्राप्त हुआ जी धन्यवाद ….
bahut hi sunder kavita…..maine center ki kuchh pankti ek programme me sunane jaa raha hoon. Thanks for your nice poem.
डॉक्टर साब, आप जैसे कद्रदानों की blessing है जो हम जैसों को लेखन के लिये प्रेरित करती है। आभार।
लेखन भी एक कला है जो आपको भगवन की और से प्राप्त है इसे ऐसे ही प्रकाशित करते रहे ,मेरी शुभकामनायें आपके साथ है, हिंदी प्रेमी के लिए ये अच्छी बात है आप जैसे विद्वान् का होना।
आपका अपना
सतीश पवार
पुणे।
वाह पवार साब। दिल ख़ुश हो गया आपकी सराहना पढ़कर। क्या सुंदर भाषा का प्रयोग है। जितना मुझे हिंदी भाषा से अनुराग है उतना ही हिंदी भाषा का सुंदर प्रयोग करने वालों से। आप सदा मीठे बने रहें। आभार
हर मौके हर एक्शन के लिए शब्द मिले आपके लेख में,
ईश्वर ने शब्दों की कारीगरी में महारत बख्शी है आपके हाथों की रेख में ।।
वाह राजेन्द्र जी। सुंदर पंक्तियों से सुंदर सराहना। आपका आभार आपका धन्यवाद
this poem is verry cute bt plzz dont use anoter word
Thanks pandey ji।
Bhut hi sunder sabdo ke sath aapne ye panktiya likhi hai Amit ji….
बहुत बहुत शुक्रिया ज्योति जी आभार आपका
I want to thanks you for your words …
I also want to be a good anchor …suggest me what can I do…
मनीष जी यदि आप सचमुच एक सफल और मशहूर anchor बनना चाहते हैं तो आप मेरी लिखी eBook ‘anchoring ka superstar’ हिंदी एडिशन जरूर पढ़ें। आपको अवश्य ही सफलता मिलेगी। eBook की लिंक में यहाँ दे रहा हूँ। धन्यवाद आपका
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बहुत ही बेहतरीन महोदय।
इसी तरह लिखिए और नए लोगों को भी प्रेरित करते रहिए।
बहुत बहुत शुक्रिया नसीर जी। बहुत आभार
आप जैसे शेर का होना हिंदी पाठको के लिए और हमारे लिए गौरव का बात है।
आपके लेखन में जादू है जो मेरा मन मोह लिया है।
आपका अपना
रज़्ज़ब अली
हिंदी प्रेमी
आपकी हौसला अफ़ज़ाई के लिये बहुत बहुत शुक्रिया। ऐसे ही हिम्मत बढ़ाते रहें-आते रहें।
Very welldone Amit ji..appriciable work..m also very fond of Anchoring..
आपकी सराहना से ऊर्जा मिली। as anchor आपकी उड़ती बात से क्या expectations हैं अवश्य बतायें। बहुत बहुत धन्यवाद
Sir mai ek students hu aur ankrink karne ka bahut shaukeen hu….aapki marg darsak lines ne mujhe ek famous ankar banne mai bahut madad ki……thank you so much sir.
अच्छा लगा यह जानकर कि उड़ती बात से आपको सहायता मिली। ऐसे ही जुड़े रहें। बहुत बहुत शुक्रिया मित्र।
शुद्ध हिंदी के शब्दों के साथ भी आप कुछ अवश्य लिखें तो मन मे और अधिक हर्षित होगा। आपकी रचनाएं निश्चित रूप से आपकी लेखनी की और आपके मन के सौंदर्य का चित्रण करती है। अपेक्षा करता हूँ मेरे सुझाव पर आप अवश्य ध्यान देंगे।
जी मैं अवश्य प्रयास करूंगा। आपका सुझाव सराहनीय है। आपका ह्र्दयतल से आभार धन्यवाद राहुल जी।
लाजवाब ….
बहुत ही शानदार …
जबरदस्त लिखते हैं Sir ji आप
इसी तरह लिखते रहें ओर हमारा मार्गदर्शन करते रहें ।
वाकई में बहुत ही अद्भुत ।
बहुत बहुत धन्यवाद ।
श्रीमानजी अब काफी दिनों से विराम क्यों है?
आपके इस अनोखें अंदाज में,
लिखने के कारनामे के लिए क्या कहूं,
मेरे पास तो शब्द ही नहीं,
आपके शब्दों की तारीफ करने के लिए,
अपने कुछ शब्दों में आपके शब्दों को मिलाकर,
मेरे शब्दों में तो चार चांद लग गए,
बस इसी तरह आपके शब्दों का सागर,
हमारे शब्दों के लिए हमेशा मिलते रहें,
यही मेरे लब्जो में आपके दिए शब्दों के लिए।।।।
Sir ladies k teej function k liye anchoring script k liye tips dijiyega