कविता-ये आँसु बेसबब क्यों/Kavita-Ye aasu besabab kyon
रोमांटिक कविता इन हिंदी – पढिये मेरी कलम से निकलीं 3 बहुत ही रोमांटिक कवितायें। यह आर्टीकल रोमांटिक कविता इन हिंदी आपके दिल को ज़रा सा भी छू जाये तो प्रयास सार्थक हो जायेगा।
रोमांटिक कविता इन हिंदी
ये आँसू बेसबब क्यों !
ये आँसु
बेसबब क्यों
जब कुछ
सहा ही नहीँ
क्या सुन लिया
तुमने
हमने तो कुछ
कहा ही नहीँ,
ह्रदय को
पुष्ट करो
अहम को
दुरुस्त करो
पीड़ा दर्शानी
नहीँ पड़ती
कुछ चीजें
अपनों को,
समझानी
नहीँ पड़ती
सच कहो
यूँ ना रहो
छुआ क्या है
तुम्हें सौगंध है
बताओ मुझे
हुआ क्या है!
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रोमांटिक कविता इन हिंदी
नहीं तो रह जायेंगे
भरोसा है तो आओ
और खो जाओ
लेकिन
तकनीक से नहीँ
कामनाओं से,
तंद्रा से नहीँ
भावनाओं से,
निर्भीक हो कर
खो कर
बातें करो हमसे
बराबर से
खुले मन से
बिना तर्क के
बिना शर्त के,
तभी कुछ मौलिक पायेंगे
नहीँ तो रह जायेंगे
जैसे रहते आये हैं
जीते आये हैं,
निर्णय तुम्हारा है
जो भी होगा
सदा ही स्वागत है।
रोमांटिक कविता इन हिंदी
तुम तो सोमरस का चूर्ण हो
तुम अनिर्वचनीय हो
तुम अकथनीय हो
तुम्हारे विषय में
बोला नहीं जा सकता
तुममें केवल घुला जा सकता है
तुम्हें केवल घोला जा सकता है।
कुछ तुच्छ प्रयास करूँ
अनुमति हो तो थोड़ा कुछ कहूँ,
मुझे तो तुम
सप्त सिंधु का किनारा लगती हो
हिमालय की तलहटी से
निकली गंगा की धारा लगती हो
मोहन की राधा की बलैया लगती हो
छज्जे पर भूल वश
आ बैठी गौरैया लगती हो
मरुस्थल में शीतल पवन की
लहर जैसी लगती हो
जाड़े में गुनगुनी दोपहर लगती हो
जितना कहूँ उतनी नादानी होगी
सबकी सब बातें बेईमानी होंगीं।
तुम तो सोमरस का चूर्ण हो
अपने आप में ही परिपूर्ण हो
बस मुझे यूँ ही मोहित रहने दो
गेसुओं में गजरे की मानिंद,
सुशोभित रहने दो
दुआ है कि तुम यूँ ही
अलौकिक नूर से आलोकित रहो
प्रिय, यदि संभव हो तो तुम भी
थोड़ा सा मुझ पर मोहित रहो।
कमेंट करके अवश्य बतायें कि यह आर्टीकल रोमांटिक कविता इन हिंदी आपको कैसा लगा।
अपका लेखन अत्यंत ही भावपूर्ण एवं रचनात्मक व स्वाभाविक है
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया ज्योति जी। बहुत आभार आपका