मंच संचालन स्क्रिप्ट होली मिलन । Anchoring script- Holi milan, Holi milan samaroh anchoring script in hindi

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मुहब्बतों के दिलदारी के, ढेरों महताब आप में पलते हैं
सौगातों के झुण्ड के झुण्ड, आपसे मिलने को मचलते हैं
हम लोग वो अबीर कहाँ से लायें, जो आप पर खिल जाये
आप तो अपनी हथेलियों में, गुलालों के बादल लिये चलते हैं।

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ज़ोरदार करतल ध्वनि के साथ हमारे आज के chief guest का सम्मान करेंगे। मैं ग्रीन क्लब के अध्यक्ष माननीय श्री……..जी से अनुरोध करता हूँ कि वो आज के chief guest को मंच तक ससम्मान लेकर आयें।

मैं ग्रीन क्लब के अध्यक्ष जो कि Mr. Cool के नाम से जग प्रसिद्द हैं, श्री………….जी से भी आग्रह करता हूँ कि वो मंच पर आज के अतिथियों के साथ स्थान ग्रहण करें। जोरदार तालियाँ हमारे अध्यक्ष जी के लिये। शुक्रिया।

4) दीप प्रज्ज्वलन:-

-मैं माननीय अतिथियों से अनुग्रह करता हूँ कि माँ सरस्वती एवं गणपति जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करें। एवम ग्रीन क्लब के माननीय अध्यक्ष जी से निवेदन करता हूँ कि वो इस पावन परंपरा को पूर्ण करने में साथ दें-सहयोग करें।

चार पंक्तियाँ दिव्य ज्योति के प्रज्वलन के लिये कि..

सुख के-दुःख के सब रंग तेरे, हम क्या समझें हम क्या जाने
जब डोर तुम्हारे हाथ में है, फिर क्या संशय क्यों घबड़ायें
इक ज्योति जले जलती ही रहे, नस नस में तेरी कृपा बहे
जिस रंग में रंगना हो रंग दो, किस रंग हो तुम हम क्या जानें।

जोरदार तालियाँ इस पवित्र क्रम के लिये।

5) स्वागत नृत्य:-

-मित्रो, होली हो और फाग ना हो ऐसा नहीं हो सकता। आप सब शायद मेरी बात नहीं समझे।।।।।??।।।।। हे ईश्वर, सचमुच इस अंग्रेजी भाषा ने तो कबाड़ा कर दिया, ना तो हम हिंदी के ही रहे न ही अंग्रेजी के।

मेरे प्यारे होली के मतवालो, फ़ागुन का महीना तो जानते होंगें ना आप। ओहोहो, इसमें भी कुछ गड़बड़ झाला है। मित्रो, फ़ागुन माह में ही होली आती है।

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पुराने ज़माने में पूरे माह होली खेली जाती थी, लोक नृत्य होते थे, गीत गाये जाते थे जिन्हें फागें कहा जाता था और रंग लगाने वालों को फगुवारे कहा जाता था।

बहरहाल हम रंगों की दुनिया में वापिस लौटते हैं और क्रम चल रहा है स्वागत का। तो हम स्वागत नृत्य के रूप में आपको अपनी विरासत की ओर वापिस ले चलते हैं और आपके सामने लेकर आते हैं एक फगुआ नृत्य।

जिसे पेश करने वाले हैं ग्रीन क्लब के सदस्य परिवारों के बच्चे। मैं आमंत्रित करता हूँ 1…….., 2…….., 3………,4…….., 5………., 6……..को, कि वो आयें और अपनी शानदार प्रस्तुति दें।

जबरदस्त तालियों की ध्वनि से इस मनमोहक प्रस्तुति की सराहना करें। वाह वाह वाह, सचमुच कमाल कर दिया बच्चों ने।

6) अतिथि स्वागत:-

-अगला क्रम अतिथियों के स्वागत का है। मैं क्लब के सबसे बरिष्ठ सदस्य श्री………जी से अनुरोध करता हूँ कि वो माल्यार्पण करके एवम गुलाल से तिलक लगाकर हमारे विशिष्ट अतिथि का अभिनंदन करेंगे।

दो पंक्तियाँ से विशिष्ट अतिथि जी का अभिनन्दन करना चाहता हूँ कि..

फूल दरख्तों पर खिले हुये कम ही देखे हैं
हमने तो नज़र नज़र केवल गम ही देखे हैं
आप ऐसी तासीर कहाँ से पाये हैं ज़नाब
हमने हमेशा मुस्कराने वाले कम ही देखे हैं।

(विशिष्ट अतिथि स्वागत सम्पन्न..) जोरदार तालियाँ विशिष्ट अतिथि जी के लिये। शुक्रिया।

मैं आज के कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार श्री………….जी के अभिनंदन के लिये ग्रीन क्लब के सरंक्षक श्री…………जी को आमंत्रित
करता हूँ कि वो आयें और कार्यक्रम अध्यक्ष जी का तिलक और माल्यार्पण करके अभिनंदन करें..

आंगें पढ़ने के लिये पेज 3 पर जायें-

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