15 August manch sanchalan script 2018 – तिरंगे के सभी प्रेमियों को एवं आज़ादी के लिए आयोजित कार्यक्रमों के सभी एंकर मित्रों को अमित मौलिक का जय हिन्द। दोस्तों, सदा की तरह इस बार भी 15 अगस्त 2018 अथवा स्वतंत्रता दिवस 2018 के उपलक्ष्य में आप सभी मंच संचालकों के लिए एक नई स्क्रिप्ट 15
अतिथि स्वागत के दोहे – उड़ती बात पर प्रकाशित मंच संचालन के चर्चित आर्टिकल मंच संचालन शायरी, ताली शायरी, मंच संचालन स्क्रिप्ट की श्रखंला को आंगे बढ़ाते हुये आप सब के समक्ष प्रस्तुत है अतिथि स्वागत के दोहे के रूप में लिखी अतिथि स्वागत शायरी का ऐसा संग्रह जो कि आपको मुदित कर देगा। अक्सर
एंकर फीमेल- आज की इस मधुर बेला में, मैं आप सबका पंक्तिमय अभिवादन करके आज के कार्यक्रम को आरम्भ करना चाहती हूँ कि- चांदनी चांद से मिलती है, तो रौशन ज़माल करती है खुशी से खुशी मिले, तो ख़्वाहिश कमाल करती है ये विद्वता के नूर की, रौनके महफ़िल है मेरे
क्रम 1- Intro-entry-भूमिका एंकर मेल- दृढ़ता हो लौह पुरुष जैसी, कुछ भगत सिंह सी मस्ती हो नेताजी जैसा ओज मिले, आज़ाद के जैसी हस्ती हो। उधम का उधम दिल बिस्मिल, मंगल पांडे का ताव मिले हे ईश्वर जन्म दुबारा दो तो, भारत माँ की छांव मिले।। स्वतंत्रता दिवस की इस पावन बेला
-नमस्कार दोस्तो, संस्कारधानी कला परिषद् द्वारा होली मिलन के सुअवसर पर आयोजित इस सुरों से गुनगुनाती हुई शाम में मैं अमित ‘मौलिक’ आज के कार्यक्रम के अतिथि गण, विशिष्ट जन एवम आप सब संगीत प्रेमियों का बहुत बहुत स्वागत करता हूँ-एहतराम करता हूँ । आज की इस सुरीली शाम को सुर बद्ध करने वाली
‘स्थापना दिवस’ दिनांक -09 अगस्त 2016 कार्यक्रम संचालक-अमित ‘मौलिक’ क्र.1 कार्यक्रम आरंभ की घोषणा मौलिक- हमारे दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप जबलपुर नगर के सभी मित्रों और हमारे खास मेहमानों को जय जिनेन्द्र, प्रणाम, नमस्कार। मै अमित मौलिक आज के इस स्थापना दिवस के कार्यक्रम में आप सब का बहुत बहुत स्वागत,