। ग़ज़ल-दर्द । प्यार अगर सच्चा हो जाये, दर्द तो होता है। सब कुछ जब अच्छा हो जाये, दर्द तो होता है। घूंघट अगर उठा लेता मैं, चांद हमारा होता ख़्वाब अगर किस्सा हो जाये, दर्द तो होता है। ये भी पढें-ग़ज़ल ‘बेशरम’ ये भी पढें-ग़ज़ल ‘कतरनें’ तुझमें
Love shayri in hindi font । love shayri for girlfriend क्यों महकती सुबह, मदभरी शाम है क्यों मेरी सांस पर, अब तेरा नाम है। इक ख़ुमारी यहाँ से, वहाँ तरबतर मैं परेशान हूँ, तू परेशान है। ये ज़मीं आ गई, आसमाँ आ गया चुप्पियाँ कह उठीं, शोर सा छा गया। बेखबर हो
। रोमांटिक ग़ज़ल-वहाँ से सुनो । सब जुबाँ से नही, कुछ वहाँ से सुनो जिस जगह हो अना, तुम वहाँ से सुनो। रात गहराई जो, तो मैं सोने गया बेसबर सलवटें, तुम वहाँ से सुनो। नींद आती गई, ख़्वाब आता गया ख़्वाब में आरजू, तुम वहाँ से सुनो। चांदनी ओढ़कर, तुम चलीं आईं थीं चाँद
एक कटेगा बीस काटकर, दुश्मन के सिर लायेंगे हमें जिताओ है वादा हम, कड़ा सबक सिखलायेंगे। लेकिन आज नदारद सारे, तेवर भगतसिंह वाले ये कैसी तासीर पदों की, स्वाभिमान को जो मारे। निंदा निंदा और भर्त्सना, सुना सुना कर छका दिये बड़ बोले कुछ नेताओं ने, कान हमारे पका दिये। ये भी पढ़ें-
। तुम्हारा प्यार । ये तुम्हारा प्यार मुझमें, मिश्री की तरह घुल रहा है आतुरता और संशय के बीच कुछ तौल रहा है तुल रहा है पगडंडी निर्मित हो रही है निर्मल घट से अंतस पट तक सरयू बहने को उत्सुक है नेह निलय से ह्रदय तट तक माना कि अदृश्य है
पहले प्यार पर कविता – कहते हैं कि तमाम दुनिया मे ऐसा कोई भी नहीं होगा जिसे कभी किसी से प्यार न हुआ हो। सच तो यह है कि लड़कपन की उम्र से ही दिल किसी न किसी के लिये धड़कना शुरू कर देता है। कोई यह कहे कि उसे कभी किसी से प्यार नहीं हुआ तो
गर न भूले आसमान से, ऊंचे उड़े इरादों को गर न भूले ढेर प्रचारित, छप्पन इंची वादों को। अगर याद हो सौ करोड़ ने, तुमको शासन सौंपा है अगर ज्ञात हो हिन्दोस्तां को, तुम पर बड़ा भरोसा है। जननी जन्मभूमि की अस्मत, हमको जां से प्यारी है अगर याद हो आंख नोचने, वाली रीत
यह वर पक्ष एवम वधु पक्ष के, सामूहिक रूप से आयोजित, महिला संगीत कार्यक्रम की Anchoring script है। आशा करता हूँ कि Ladies sangeet का कार्यक्रम करने वालों को इस स्क्रिप्ट से कुछ ना कुछ सहायता अवश्य मिलेगी। Female Anchor-नये रिश्तों की इस मंगल बेला में, महिला संगीत के इस जश्न में, मैं………..
कश्मीर में सेना के जवानों से बदसलूकी पर कविता – प्रिय पाठको, प्रस्तुत है आर्टीकल कश्मीर में सेना के जवानों से बदसलूकी पर कविता । अभी हालिया ही कश्मीर में सेना के जवानों के साथ जिस तरह की बदसलूकी की गई उससे पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ गई। हमारा भारत देश पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद
बाबा साहेब डॉ अंबेडकर जयंती पर मंच संचालन स्क्रिप्ट – एंकरिंग के सभी महारथियों को अमित मौलिक का सप्रेम अभिवादन। मित्रों, अगले सप्ताह Sutrday 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती है। हमारे देश में यत्र-तत्र पूरी भव्यता के बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती मनाई जाती है। जय भीम जय भीम के नारों से आसमान गुंजायमान हो