पहले प्यार पर कविता । मुहब्बत हो जाने पर कविता। ख़्वाबों पर कविता। Poem on first love । poem in being love । poem on sweet dreams

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पहले प्यार पर कविता –  कहते हैं कि तमाम दुनिया मे ऐसा कोई भी नहीं होगा जिसे कभी किसी से प्यार न हुआ हो। सच तो यह है कि लड़कपन की उम्र से ही दिल किसी न किसी के लिये धड़कना शुरू कर देता है। कोई यह कहे कि उसे कभी किसी से प्यार नहीं हुआ तो समझो उस से ज्यादा झूठा व्यक्ति दुनिया मे और कोई नहीं होगा। ये बात अलग है कि स्वीकार न किया जाये लेकिन इंसान होकर प्यार न किया जाये यह असंभव है। इस पोस्ट पहले प्यार पर कविता में प्यार भरे दिल का एक ऐसा रूहानी तब्सिरा है जो आपको आपके पहले प्यार के मीठे मीठे एहसास से लबरेज़ कर देगा। 

पहले प्यार पर कविता

 । मधुरस ।

पलकों पे
घुंघरू ख्वाब के
बाँध के
रात सिरहाने
आकर बैठी है
रस्ता देखती
कब बंद हो
आवाजाही
ख्यालों की,
याद की
अधखुली
खिड़की से,
झाँकती
बातों की 
रसीली चाँदनी,
मुख को चूमती
चंचल हवाएँ
जो भेजी है
उसने
लिख कर
तहरीरें 
रातरानी की
खुशबू में लपेटकर
घुल रही है
साँसों में
पीकर मधुरस
उन्मत से
झूम रहे है
न होश में आने 
की ख्वाहिश लिए।

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पहले प्यार पर कविता, प्यार हो जाने पर कविता

Pahle pyar par kavita

। Madhuras ।

palkon pe
ghunghru khwaab ke
baandh ke
raat siraahne
aakar baithee hai
maarg dekhtee
kab band ho
aavaajaahee
khyaalon kee,
yaad kee.
adhakhulee
khidkee se,
jhaanktee
baaton kee
raseelee chaandnee,
mukh ko choomtee
chanchal havaayen
jo bhejin hain
usne
likh kar
tahreeren.
raataranee kee
khushboo mein lapetkar
ghul rahee hai
saanson mein.
peekar madhuras
Unmatt se
zhoom rahe hain
na hosh mein aane
kee khvaahish liye.

अतिथि रचनाकार-
मैं श्वेता सिन्हा, मुझे लिखने और पढ़ने में रूचि है। मैं कविता, गज़ल, मुक्तक, छोटी कहानियाँ और संस्मरण लिखने में विशेष रूचि रखती हूँ। आशा है आप पाठकगण मेरी रचनाओं से स्वयं को जोड़ पायेंगे और भावों का आनन्द लेंगें। हमारी अन्य रचनाओं के लिये हमारे ब्लॉग पर visit करें-
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