Guest welcome Shayari-Gratitude’s shayari: अतिथि स्वागत शायरी आभार शायरी मेहमान स्वागत शायरी मंच शायरी पार्ट-3
Guest welcome shayari – एक अच्छे मंच संचालन में Guest welcome shayari की बहुत आवश्यकता होती है। अतिथि स्वागत शायरी की श्रंखला में यह कड़ी आपको कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें।
Guest welcome shayari
अतिथि स्वागत शायरी आभार शायरी
आपकी खुश्बू जग में फैले,
यश उत्तंग हिम पर्वत हो
यही दुआयें श्रीमान जी,
आपकी आयु शत शत हो।
अनुग्रहीत हैं हम आयोजक
जन जन मन उल्लास छुआ
श्रीमान जी आप पधारे
उपकृत मंच समाज हुआ।
फूल खिलते हैं जब आप मुस्काते हैं
जहाँ जाते हैं चार चाँद लगाते हैं
उस मंच की शोभा के क्या कहने
जहाँ आप जैसे अतिथि आते हैं।
किसी की मर्ज़ी तो होती है
जो फूल बागान में खिलते हैं
कोई तो हाथ थामता है
तब इरादों को आसमान मिलते हैं
हमने भगवान देखे तो नहीं हैं
पर उनके होने का यकीन होता है
जब जब भी हमें आप जैसे
नेक दिल इंसान मिलते हैं।
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फूल खिलते हैं ढेरों खिलते हैं
इत्र भी हवाओं में सभी लुटाते हैं
फ़िज़ाओं को मीठा तो वही बनाते हैं
जो आप जैसे गुलकंद बन जाते हैं।
होते हैं बेहिसाब सितारे आसमां में
पर उनका ज़िक्र कहाँ किया जाता है
जो नूर फैलाये सुरमे से घने अंधेरे में
मेरे दोस्त उसी को चाँद कहा जाता है।
वो ऐसे उठे कि आसमान बन गये
सारे जहाँ के रास्ते इमाम बन गये
हम उनके साथ इंसान नही बन पाये
वो हमारे बीच रहके भगवान बन गये।
जो तूफानों में किनारे तक पहुंचा दे
ऐसी अब कश्तियाँ नहीं मिलतीं
गम को गले से लगा कर खुशी बांटे
ऐसीं जादू की झप्पियाँ नहीं मिलतीं
ख़ुद के लिये जूझने वाले इस जहाँ में
एक ढूढों तो हज़ारों मिल जायेंगे
दूसरों की खुशी के लिये जूझने वाली
आप जैसी हस्तियां नहीं मिलतीं।
रौनकें दमक उठतीं हैं नूर फैल जाता है।
जब महफ़िल में आप सा कोई आता है।
तकलीफें तो धूप की तरह आती रहती हैं
थोड़ी हिम्मत की भी छांव होना चाहिये
हम हर मुसीबत में मुस्करा लेंगें साहिब
बस आप सा कोई पास होना चाहिये।
दिलों की भी अपनी ही एक भाषा होती है
किसी से आशा तो किसी से निराशा होती है
हमने तो कम ही लोग देखें हैं इस दुनियां में
जिनसे मिलने की बार बार अभिलाषा होती है।
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Guest welcome Shayari
Gratitude’s shayari
Aapki khushbu jag me faile,
yash uttang him parvat ho
yahi duayen shrimaan ji,
aapaki aayu shat shat ho.
anugraheet hain ham aayojak
jan jan man ullaas chhua
shreemaan jee aap padhaare
upakrit manch samaaj hua.
phool khilte hain
jab aap muskate hain
jahaan jaate hain
chaar chaand lagate hain
us manch ki shobha
ke Kya kahane
jahaan aap jaise
Atithi aate hain
kisi ki marzi to hoti hai
jo phool baagaan mein khilte hain
koi to haath thaamta hai
Tab iraadon ko aasmaan milte hain
Hamne bhagavaan dekhe to nahin hain
par unke hone ka yakeen hota hai
jab jab bhi hame aap ke jaise
nek dil insaan milte hain.
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phool khilte hain dheron khilte hain
itra bhi hawaaon mein sabhi lutaate hain
fizaaon ko meetha to vahee banaate hain
jo aap jaise gulkand ban jaate hain.
hote hain behisaab sitaare aasaman mein
par unaka zikra kahaan kiya jaata hai
jo noor phailaaye surme se ghane andhere me
mere dost usee ko chaand kaha jaata hai.
vo aise uthe ki aasmaan ban gaye
saare jahaan ke raaste imaam ban gaye
Hum unke saath insaan nahin ban paaye
vo hamaare beech rahake bhagvaan ban gaye.
jo tufaanon me kinaare tak pahuncha de
Aisi ab kashteeyan nahin milteen
gam ko gale se laga kar khushi baante
Aisi jaadoo ki jhappiyan nahin milteen
Khud ke liye joojhne vaale jahaan mein
ek dhundho to hajaaron mil jayenge
doosron ki khushi ke liye jujhne wali
aap jaisi hastiyaan nahin milteen.
ronken damak uthteen hain ,
noor fail jaata hai.
jab mahfil mein aap sa koi aata hai
takleefen to dhoop ki tarah aati rahti hain
thodi himmat ki bhi chhaw hona chahiye
ham har musibat me muskra lenge saahib
bas aap sa koi paas paas hona chaahiye.
dilon ki bhi apani hi ek bhasha hoti hai
kisi se aasha to kisi se niraasha hoti hai
ham to kam hi log dekhen hain is duniya me
jinse milne ke baar baar abhilaasha hoti hai
आपकी लिखी ये रचना “पांच लिंकों का आनन्द में” शुक्रवार 27 अक्टूबर 2017 को लिंक की गई है……………http://halchalwith5links.blogspot.com पर आप भी आइएगा ….धन्यवाद!
आपका बहुत बहुत आभार श्वेता जी। बहुत शुक्रिया मेरी रचना को मान देने के लिये।
बहुत सुन्दर ।
वाह !
ज़माने भर को आप सिखा देंगे तरकीब और तहज़ीब।
आपके सृजन में है महक-ए-हिना अजीब।
व्यावसायिकता और सृजन का अनूठा संगम।
बहुत-बहुत बधाई।
Wahhhh कविवर। आनंद आ गया। सुमधुर आशीर्वचन। आपका अतुल्य आभार
बहुत बढ़िया शायरी।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद आभार आदरणीय ज्योति जी। ऐसे ही हौसलाअफजाई करते रहें।
आपकी रचना बहुत ही सराहनीय है ,शुभकामनायें ,आभार
आपका बहुत बहुत धन्यवाद आभार ध्रुव जी। उड़ती बात पर आपका बहुत बहुत स्वागत है।
बहुत ही सुंदर शब्द रचना और भाव है आदरणीय अमित जी | रविन्द्र जी ने सच कहा आपका लेखन तहजीब की परम्परा को निभाने में समर्थ है | एक से बढ़कर एक भाव उकेरे गए हैं | कितना सत्य कहा आपने ————–
दिलों की भी अपनी ही एक भाषा होती है
किसी से आशा तो किसी से निराशा होती है
हमने तो कम ही लोग देखें हैं इस दुनियां में
जिनसे मिलने की बार बार अभिलाषा होती है।
बहुत खूब अमित ——— आपको सस्नेह शुभकामना मेरी | आज पञ्च लिंकों में आने के लिए आपको बधाई |
आपका बहुत बहुत धन्यवाद आभार आदरणीय रेणु जी। उड़ती बात पर आपका बहुत बहुत स्वागत है।
“मौलिक ” जी,
मुझे सेवानिवृत्ति के कार्यक्रम में प्रथम बार सञ्चालन करने हेतु आपका थोडा मार्गदर्शन प्रदान करे|
हेमंत जी आप मुझे कार्यक्रम का पूर्ण विवरण दीजिये। पूरा एजेंडा मसलन प्रस्तुतियां, समय, अतिथिगण, कार्यक्रम समय, स्थान, दर्शकों का स्तर, टोटल समय और भी जो दे सकते हों। कार्यकम कब है वो भी। मैं कोशिश कर सकता हूँ। आभार
वाह !
बहुत ही सुन्दर… लाजवाब प्रस्तुति……
आपका हृदय से अतुल्य आभार अतुल्य धन्यवाद आदरणीया। यूँ ही आशीर्वचन देते रहें। आपका उड़ती बात पर सदा स्वागत है।
सृजन की अद्भूत प्रतिभा..
बहुत बढिया।
आपका अतुल्य आभार आदरणीया। आपका उड़ती बात पर ह्रदय से स्वागत है।
आदरणीय सर आपकी रचना बहुत सराहनीय हैं हम सभी को आपका मार्गदर्शन सदैव मिलता रहे आपका बहुत बहुत आभार
आदरणीय अनिल जी। आपका अतुल्य आभार। ऐसे ही आते रहें और सुझाव देते रहें।
Very nice ji……
शुक्रिया राज जी
Sir mujhe apni college me hone wale new year function ka manch sanchalan karna ha , ma ye kaam first time karne ja raha hu , please sir Meri help kre
Dear friend, to get 100% success in anchoring I strongly recommend my ebook ‘एंकरिंग का सुपरस्टार’ buy it and get all essential anchoring materials.. link as given below-
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बहुत ही सुंदर शायरी है। too good keep it up 👍
बहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीया। बहुत धन्यवाद
मौलिक जी
उद्घघाटन (स्कूल) मे तीन एम एलए नेताओका आभार मानने हेतू शायरी भेजीए.
आप उड़ती बात पर मंच संचालन केटेगरी में तथा शायरी संग्रह में नेताओं पर स्वागत शायरी पढिये। अथवा गूगल पर सर्च करके विजिट कीजिये। आपका बहुत धन्यवाद सुनील जी