एंकरिंग के दो प्रकार (variant) होते हैं। पहला इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंकरिंग (Electronic media Anchoring) और दूसरा मंचीय एंकरिंग (stage Anchoring), मैं इस लेख के द्वारा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंकरिंग (Electronic media Anchoring) के बारे में कुछ आधारभूत बातें आपको बताना चाहूँगा। भारतीय संविधान के चार आधारभूत स्तम्भों (4 pillar of democracy) में से एक मीडिया है।
भाषण की शुरुआत कैसे करें – सभी पाठकों को उड़ती बात की तरफ से हार्दिक अभिवादन। दोस्तों आज से पहले हम सबने ही भाषण की शुरुआत कैसे करें विषय पर बहुत सारे वीडियो देखे होंगे और लेख पढ़े होंगें। सभी दावे तो करते हैं, काफी कुछ मोरल भी बढाते हैं लेकिन ट्रिक्स कोई नहीं बताता।
है मंच सार्थक है मंच उपकृत, श्रीमान जी जो यहाँ पधारे। हम आज गर्वित ह्रदय हैं हर्षित, अहोभाग्य हैं बड़े हमारे।। ये जन मनोहर छवि तुम्हारी, कि जैसे सूरज गगन पर चमके। यूँ मन सुकोमल जहाँ की सारी, मृदुलता वाणी से जैसे छलके। कि क्या दें परिचय बड़ा है अतिशय, नमन को आतुर नयन हमारे।।
प्रस्तुत है उड़ती बात स्पेशल आर्टिकल मंच संचालन हेतु शानदार ताली शायरी । आशा है सभी मंच संचालकों को इस आर्टिकल से मदद मिलेगी। अपनी कद्रदानी को इस तरहा ना छिपाइए अगर प्रस्तुति पसंद आई हो तो तालियाँ बजाइये। भ्रमर परागों पर बैठेगें धरी रहेगी रखवाली खुश्बू ख़ुद उड़ने को आतुर क्या कर लेगा जी माली
अतिथि स्वागत के दोहे – उड़ती बात पर प्रकाशित मंच संचालन के चर्चित आर्टिकल मंच संचालन शायरी, ताली शायरी, मंच संचालन स्क्रिप्ट की श्रखंला को आंगे बढ़ाते हुये आप सब के समक्ष प्रस्तुत है अतिथि स्वागत के दोहे के रूप में लिखी अतिथि स्वागत शायरी का ऐसा संग्रह जो कि आपको मुदित कर देगा। अक्सर
एंकर फीमेल- आज की इस मधुर बेला में, मैं आप सबका पंक्तिमय अभिवादन करके आज के कार्यक्रम को आरम्भ करना चाहती हूँ कि- चांदनी चांद से मिलती है, तो रौशन ज़माल करती है खुशी से खुशी मिले, तो ख़्वाहिश कमाल करती है ये विद्वता के नूर की, रौनके महफ़िल है मेरे
एंकर फीमेल- ज़िद करो और जीतो- मुझे लगता है कि आज के जश्न का अगर कोई टाइटल-कोई शीर्षक रखना हो तो इससे बेहतर नही हो सकता। ऊंचे इरादों, कठिन परिश्रम और सतत सफलता प्राप्त कर सदा जयवंत रहने वालीं, एक मिसाल प्रस्तुत करने वालीं दो विजेताओं के अभिनदंन समारोह में, मैं
क्रम 1- Intro-entry-भूमिका एंकर मेल- दृढ़ता हो लौह पुरुष जैसी, कुछ भगत सिंह सी मस्ती हो नेताजी जैसा ओज मिले, आज़ाद के जैसी हस्ती हो। उधम का उधम दिल बिस्मिल, मंगल पांडे का ताव मिले हे ईश्वर जन्म दुबारा दो तो, भारत माँ की छांव मिले।। स्वतंत्रता दिवस की इस पावन बेला
यह वर पक्ष एवम वधु पक्ष के, सामूहिक रूप से आयोजित, महिला संगीत कार्यक्रम की Anchoring script है। आशा करता हूँ कि Ladies sangeet का कार्यक्रम करने वालों को इस स्क्रिप्ट से कुछ ना कुछ सहायता अवश्य मिलेगी। Female Anchor-नये रिश्तों की इस मंगल बेला में, महिला संगीत के इस जश्न में, मैं………..
बाबा साहेब डॉ अंबेडकर जयंती पर मंच संचालन स्क्रिप्ट – एंकरिंग के सभी महारथियों को अमित मौलिक का सप्रेम अभिवादन। मित्रों, अगले सप्ताह Sutrday 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती है। हमारे देश में यत्र-तत्र पूरी भव्यता के बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती मनाई जाती है। जय भीम जय भीम के नारों से आसमान गुंजायमान हो