श्री गणेश वंदना । Shri Ganesha vandana । मंगलाचरण । श्री गणपति वंदना । गणपति स्तुति
श्री गणेश वंदना – प्रथम पूज्य मंगल मूर्ति विघ्नहर्ता श्री गणेशजी की वंदना या श्री गणेशजी की स्तुति करना भारत देश की सांस्कृतिक परंपरा रही है। किसी भी प्रकार का आयोजन हो विघ्नहरण गणपति जी की वंदना करके ही कार्यक्रम के आरंभ को शुभारंभ बनाया जाता है। उड़ती बात पर मंच संचालन से संबंधित सभी प्रकार की पठनीय सामग्री उपलब्ध कराने के प्रयास में यह आर्टिकल श्री गणेश वंदना आप सबके समक्ष प्रस्तुत है। आशा है कि ना केवल मंचीय उपयोग के लिये वरन धार्मिक आयोजनों में भी यह श्री गणेश वंदना गाई जायेगी ऐसी कामना है।
श्री गणेश वंदना
मंगलम मंगलमयी वरदान दो
शुभसदन शुभ हो सदा शुभ गान दो।
दहशतों की गर्द में सब ज़र्द हैं
अमन वाली हर सुबह हर शाम दो।
चाहतों से कम मिले कुछ गम नहीं
हमनिवाला हर कदम इंसान दो।
शंक ना भय रंच ना कोई पंक ना
द्वन्द दंभों से परे ये ज़हान दो।
हम ना चाहें अमृतों की बारिशें
बोलियाँ मौलिक सरस सुर तान दो।
हे विनायक गणपति लंबोदरा
हर घड़ी तेरा जुबां पर नाम दो।
हे सुमुख हे धूम्रकेतु हे कपिल
मम हृदय आओ सहज सुख धाम दो।
धुन/track-दिल के अरमां आंसुओं में बह गये
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Shri Ganesh vandna
Manglam mangalmayee vardaan do
Shubh sadan shubh ho sada shubh gaan do.
Dahshaton ki gard me sab zard hain
Aman wali har subah har shaam do.
Chahton se kam mile kuch gam nahee
Hamniwala har kadam insaan do.
Shank na bhay ranch na koi pank na
Dwand dambhon se pare ye zahaan do.
Ham na chahen amraton ki baarishen
Boliyan maulik saral sur taan do.
He vinayak Ganpati Lambodra
Har ghadi tera zuban par naam ho.
He sumukh he dhumraketu he kapil
Mam hraday aao sahaj sukh dhaam do.
Track- Dil ke armaa ansuon me bah gaye.
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Bhout khub amit bhai ji aap aandj nirla hai
धन्यवाद अजित जी। बहुत आभार । आपका सराहने का अंदाज़ भी निराला है। उड़ती बात से जुड़ने के लिये शुक्रिया।
very nice but we wants some more attractive anchoring shayries
जी जरूर प्रयास करेंगे। आपका धन्यवाद।
Ganesha is widely revered as the remover of obstacles, the patron of arts and sciences and the deva of intellect and wisdom.
अमित जी, आपके स्वंय रचित लेखन के प्रयास सराहनीय है।
अपने स्तर पर लेखन कार्य करना और वह भी मौलिक रूप में , वह सच में श्रेष्ठ कार्य है।
आपको शुभाशीष और हार्दिक बधाई।