मंच संचालन स्क्रिप्ट होली मिलन । Anchoring script- Holi milan, Holi milan samaroh anchoring script in hindi
दो पंक्तियाँ द्वारा कार्यक्रम अध्यक्ष जी का अभिनंदन करता हूँ कि….
जगमोहन सी बातें करके, लूट लूट ले जाते हैं
सौगातों की झोली भर कर, प्यार बांटते जाते हैं
इस सोहबत को कौन ना तरसे, हम तो किस्मत वाले हैं
जब जब हमने किया निवेदन, आप सहज आ जाते हैं।
(कार्यक्रम अध्यक्ष का स्वागत सम्पन्न..)
ज़ोरदार करतल ध्वनि कार्यक्रम अध्यक्ष जी के सम्मान में। धन्यवाद
क्रम के अगले चरण में मैं ग्रीन क्लब के अध्यक्ष श्री…………से अनुरोध करता हूँ कि वो आज के मुख्य अतिथि (chief guest) प्रसिद्द उद्योगपति माननीय श्री……………जी का तिलक और माल्यार्पण से अभिनंदन करें-सम्मान करें।
मैं दो पंक्तियाँ द्वारा मुख्य अतिथि जी का अभिनंदन करना चाहता हूँ कि…
कोई नीला कोई पीला, कोई कुछ लाल लिए फिरता
अपने सर पर सारे जग का, वो दुःख संताप लिये फिरता
यूँ अपनी अपनी दुनिया का, होकर रह जाना आसां है
जग की खातिर जग के संगसंग, चलने वाला कम ही मिलता।
(मुख्य अतिथि का स्वागत सम्पन्न..) जोरदार तालियाँ हमारे मुख्य अतिथि जी के लिए। बहुत शुक्रिया
अंतिम चरण में ग्रीन क्लब के सचिव श्री…….से अनुरोध करता हूँ कि वो हमारे ग्रीन क्लब के अध्यक्ष श्री…….जी का तिलक और माल्यापर्ण से सम्मान करें। इनकी प्रेरणा और नेतृत्व के बिना यह आयोजन सम्भव ही नहीं था।
दो पंक्तियाँ अध्यक्ष जी के ख़ास व्यक्तित्व के लिए कि..
मुझे जानना समझना बिलकुल आसान है दोस्तो
मैं रो पड़ता हूँ लोगों को रोता हुआ देखकर।
( स्वागत क्रम संप्पन..) जोरदार तालियाँ हमारे सभी अतिथियों के लिए और हमारे अध्यक्ष जी के लिए।
7) मुख्य अतिथि का उद्बोधन:-
-देखिये आप लोग ऐसी कमज़ोर तालियों का पेमेंट करेंगे तो आपको भी बदले में अच्छा वाला मटेरियल नहीं मिलेगा। यह one-way लेनदेन नहीं चलेगा। आप तालियाँ बजाते रहेंगे तो हम भी आपको आनंद दिलाते रहेंगे। औऱ यह तो हमारा खुद का आयोजन है। इसमें तालियाँ बजाने में क्या कंजूसी मित्रो।
दो पंक्तियाँ कहता हूँ, सहमत हों तो एक बार अपने लिये और होली की मस्ती के नाम पर ऐसी जोरदार तालियाँ बजाना कि पूरा आलम खुशनुमा हो जाये कि..
मुहब्बतों के चमन में, गुलालों की महक उड़ानी है
ख़्वाहिशों की परवाज़ लेकर, रंगीन दुनिया सजानी है
हम खूबसूरत प्रस्तुतियों का, मेला सजा देंगे आपके लिए
बस आपको हर प्रस्तुति पर, जोरदार तालियाँ बजानी हैं।
ज़ोरदार तालियाँ। शुक्रिया । शुक्रिया । ये हुई ना बात।
मुझे पता है कि आप सब हमारे आज के chief guest माननीय श्री……… जी से होली की शुभकामनायें पाने को उतावले हैं। मैं उनसे दों पंक्तियों के साथ अनुरोध करता हूँ कि वो आयें और हमें चंद शब्द कहकर हमारा पथ प्रदर्शित करें..
जीने का कोई मकसद हो, कुछ लक्ष्य मिले कुछ चाह मिले
श्रीमान अगर कुछ कह दें, तो हम सब भटकों को राह मिले।
(भाषण का समापन..) करतल ध्वनि से आभार करेंगे मुख्य अतिथि जी का। बहुत शुक्रिया सर।
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8) सांस्कृतिक कार्यक्रम:-
मित्रो, तो प्रतीक्षा की घड़ियां समाप्त हुईं। तो चलिये शुरू करते हैं आज के रंगों के जश्न का सफर। दोस्तो केवल होली ही एक ऐसा त्यौहार है, जिससे हर किसी की कुछ मीठी-मीठी सी, कुछ अल्हड़ सी यादें जुड़ीं रहती हैं।
होली के पौराणिक सन्दर्भ में जाएँ तो इसका महत्व बहुत ही पवित्र है।
पवित्र अग्नि में बुराइयों की आहुति देने के लिये होली मनाई जाती है। जब इंसां बुराइयों से दूर हो जायेगा तो केवल प्रेम और स्नेह ही बचता है।
जब-जब प्रेम की बात आती है तो सबका दिल अपनी मुहब्बत के नाम पर धड़क उठता है। हर किसी ने कभी ना कभी किसी ना किसी से प्रेम किया होता है या हर कोई प्रेम कर रहा होता है। भारत में ‘होरी और गोरी’ एक ऐसा विषय है जिस पर शोध किया जाये तो ढेरों ग्रन्थ लिख लिये जायेंगे।
थोड़ा रूककर, आप हंस रहे है? हंसिये, हंसिये।।। अगली पंक्तियों जब मैं कहूंगा तो आप ना संजीदा हो जायें तो कहना… एक चेतावनी भी है ‘जिन जिन की पत्नियां उनके साथ आईं हों वो अपने आपको संभाल कर रखें’ ज्यादा उत्साहित न हो जायें। पंक्तियाँ कहता हूँ कि..
गोरी के गुलाबी गालों को, गालों पर बिखरे बालों को
वो छज़्ज़े वाली खिड़की को, खिड़की पर सजीं बहारों को
वो इंतज़ार कब नैन मिले, कब नैनन बीच इशारे हों
कैसे भूलें वो दिन गोरी, कैसे होली की बातों को।
इन्ही पंक्तियों के साथ मैं आमंत्रित करता हूँ अपने ग्रुप के किशोर कुमार श्री………जी को वो आएं और वो गोरी से होरी का landmark गाना रंग बरसे भीगे चुनर वाली प्रस्तुत करें…..
मैं आप सबको बता देना चाहता हूँ कि मंच के बाएं तरफ का स्थान नृत्य के लिये उपलब्ध है। होली के दीवानों से अनुरोध है इस मधुर गीत पर नृत्य का आनंद अवश्य उठायें…
(गीत का समापन…) वाह वाह वाह। बहुत खूब। एक बार जोरदार तालियाँ ………जी के लिये। बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति।
9) सांस्कृतिक कार्यक्रम:-
-मित्रो होली हो और ठहाके न हों, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। अगली प्रस्तुति को लेकर मेरी उन लोगों के लिये चेतावनी है जो कम हँसते हैं। अगली प्रस्तुती में आपको हसीं के दौरे पड़ सकते हैं। कृपया अपने होंठों को कसकर भींच कर रखें। क्योंकि अगली पेशकश लेकर आ रहे हैं कॉमेडी के जादूगर ग्रीन क्लब के अद्भुत कलाकार श्री……..जी। तो तैयार हो जाइये दोस्तो ठहाकों के लिए…..
(प्रस्तुति का समापन…) ज़ोरदार तालियाँ ………जी के लिये। भई बहुत खूब। हंस हंस के पेट में दर्द हो गया।
10) सांस्कृतिक कार्यक्रम:-
-मित्रो, गीत हो गया, कॉमेडी हो गई तो क्यों ना कविता भी हो जाये।।। सचमुच बहुत ही कमाल की संस्था है ग्रीन क्लब, सभी तरह के कलाकारों का जमघट है इस संस्था में। एक बार ग्रीन क्लब के लिये जोरदार तालियाँ बजा दीजिये। शुक्रिया।
कुछ लोग जो जा रहें हैं मैं उनसे कहना चाहता हूँ कि..
सूरज का पहिया, अभी रुका नहीं है
बहुत कुछ हो चुका, अभी कुछ हुआ नहीं है।
जी हाँ, अभी जो शेष वही विशेष है। आप लोग बने रहें। तो लीजिये मित्रो, अगली प्रस्तुति लेकर आ रहे हैं हमारे क्लब के कविराज………..जी । मैं उनसे आग्रह करता हूँ कि वो मंच पर आयें और अपनी प्रस्तुती दें….
(प्रस्तुति का समापन..) क्या खूब। क्या खूब। जोरदार तालियाँ इस प्रस्तुती के लिये। बहुत ख़ुब कविराज जी।
11) सांस्कृतिक कार्यक्रम:-
अगली प्रस्तुति में आपके सामने एक हास्य नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया जा रहा है विषय है ‘डाइबिटीज़’ । जी हां मित्रो, मधुमेह आज के समय की एक ज्वलंत स्वास्थ्य समस्या बन गई है। आपको हास्य के माध्यम से इस बीमारी के कारण और निदान के उपाय चुटीले अंदाज़ में बताये जायेंगे।
मैं इस प्रस्तुति के कलाकार 1……, 2……, 3……., 4……., 5…….., 6…….. से अनुरोध करता हूँ कि वो मंच आएं और अपनी प्रस्तुति दें…
(प्रस्तुति का समापन….) जोरदार तालियाँ । बेमिसाल। बेमिसाल। कितने स्पष्ट रूप से मधुमेह से बचने के उपाय इस नुक्कड़ नाटक में बताये गए हैं। आशा है आप सब इन नसीहतों को ध्यान रखेंगे। आज की उहापोह वाली जिंदगीं पर चार पंक्तियाँ कहना चाहता हूँ कि….
बहुत ख़ास है, तेज रफ़्तार में सुस्त होना
ख़ूबसूरत एहसास है, बेतरतीबी दुरुस्त होना
ज़िन्दगी अब क़रीने से, लगती ही नहीं है
बहुत मुश्किल है दोस्त, फिर से तंदुरुस्त होना।
जी हाँ मित्रो, सेहत का ध्यान अवश्य रखें नहीं तो मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्रम अंतिम चरण में है। लेकिन यही अंतिम चरण विशेष चरण है।
आप सबको बता देना चाहता हूँ कि इसके बाद स्पेशल फगुआ होली होगी, होली की मस्ती होगी और भरपूर सामूहिक हुरियारी नृत्य होगा, वो भी गाँव से बुलाई गई ख़ास संगीत मंडली के साथ। जिसमे सबसे अल्हड़ एवम मस्ती से भरे, प्रथम 3 हुरियारे नृत्यों को पुरष्कृत किया जायेगा।
उससे पहले मै ग्रीन क्लब के अध्यक्ष श्री…….. को मंच पर आमंत्रित करता हूँ कि वो अपने उद्गार व्यक्त करके आभार प्रदर्शन करें।
(आभार प्रदर्शन समापन…) जोरदार तालियाँ अध्यक्ष जी के लिए।
तो चलिये मित्रो आप सबको होली के इस पावन पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनायें। अब धमाल की बारी है। तो आइये आज हम सब बच्चे बनकर होली मनाते हैं। झूम जाते हैं। धन्यवाद।।
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हमेशा की तरह एक और बेहतरीन लेख ….. ऐसे ही लिखते रहिये और मार्गदर्शन करते रहिये ….. शेयर करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। 🙂 🙂
बहुत -बहुत शुक्रिया। बहुत सारा आभार। आपकी सराहना बहुत ऊर्जा देती है।
Tarif k liye shabd ni hai maulik bhai ????
बहुत बहुत शुक्रिया प्रमोद जी। सुंदर एवम प्रोत्साहित करती सराहना। आभार आपका।
Very nice effort….. Amit ji congratulations
Regards
Narendra Kumar
बहुत बहुत शुक्रिया नरेंद्र। बहुत आभार आपका
वाह क्या है बात ! आपने इस लेख में शब्दों का चुनाव बड़े आले दर्जे से किया है
बहुत बहुत धन्यवाद आपका रिधम जी। बहुत आभार
Bahut hi badhiya thank you for sharing this post
Thank you very much for thank you. ऐसे ही जुड़े रहें।
हैप्पी होली,
आप द्वारा लिखी गई स्क्रिप्ट पढ़ कर, मै आपका क़ायल हो गया
बहुत बहुत आभार आपका जोशी जी। यूँ ही ऊर्जा प्रदान करते रहें। बहुत शुक्रिया
बहुत अच्छा लिखते हैं सर आप धन्यवाद?
बहुत शुक्रिया। बहुत आभार श्रवण जी। होली की ढेर शुभाकांक्षाएँ।
Very helpful… Thank u sirji..
send
बहुत बढ़िया post लिखी है
सरजी
आपकी प्रस्तुति को नमन, आपको नमन, आपके इस पुनीत कार्य को नमन।