सामूहिक उत्सव या टिफ्फिन पार्टी/ Samuhik utsav ya tiffin party
रंगो को थिरकते हुये
सपनों को महकते हुए
पियूष छलकते हुये
सौगातें दमकते हुए
अपनों को चहकते हुए
आनंद बरसते हुए
सब देखेंगे सभी चलेंगे
सभी चलेंगे सब देखेंगे
ख़ुश्बूओ की लड़ाई होगी
मनुहारो की बौछार होगी
व्यंजनों की लड़ाई होगी
चटओरी मैया की जयकार होगी
गटपट का उद्धार करेंगे
सब देखेंगे सभी चलेंगे
सभी चलेंगे सब देखेंगे
अपने मन को साफ करेंगे
इक दूजे को माफ करेंगे
एक रहेंगे साथ रहेंगे
यह संकल्प सभी जन लेंगे
आनंद मेले के जलसे को
सब देखेंगे सभी चलेंगे
सभी चलेंगे सब देखेंगे
हाँ जी!! यह सब क्षणिक वर्णन है उन अविस्मरणीय पलों का जहां परम पवित्र पर्युशन पर्व की साधना में परिष्कृत परिमार्जित श्रावक परिवारों के विशाल समूहों के सरल ह्रदय के अद्भुत मिलन से उत्पन्न सकारात्मक ऊर्जा के आनंद की थिरकन होगी रस होगा उत्सव होगा मेला होगा..
इसमे कोई अतिशयोक्ति नहीं की “आनंद मेला” हमारी/संस्था/समूह समाज……………………….का एक बहुत ही अद्भुत अनूठा एवम एतहासिक पुनीत प्रयास है जो अब उत्सव से अनुष्ठान में परिवर्तित हो गया है.
स्वजनों, आनंद मेला के आयोजन में भागीदार बने. आप चाहें तो किसी व्यंजन का लघु प्रतिष्ठान का सुअवसर सुनिश्चत कर आतिथ्य सत्कार करने का लाभ उठा सकते हैं अन्यथा किसी भी अन्य वस्तु या सेवा का व्यापारिक प्रतिष्ठान आरक्षित कर सकते हैं . बहुत सारे ग्रुप दम्पति सदस्य उत्साह से अपनी लघु प्रतिष्ठान आरक्षित कर चुके है.
आनंद मेला- अमृत बेला ……रंगो का रेला- आनंद मेला
अवश्य पधारे. .
स्थान-………….
समय -……….बजे से
दिनांक – 00/00/00