शिक्षक दिवस पर आयोजन की सूचना ड्राफ्ट । शिक्षक दिवस का आमंत्रण पत्र । Shikshak divas par aayojan ka draft

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कबीरा ते नर अंध है, गुरु को कहते और 
हरि रूठे गुरु ठौर है,  गुरु रूठे नही ठौर 
 
प्रिय स्वजन, 
 
यह सर्व विदित है कि वेदों एवम सनातन धर्म के अनुसार भारतवर्ष की प्रथम एवम प्राकृत भाषा संस्कृत थी जिसे देवोपुनीत भाषा भी कहा जाता है. संस्कृत से ही सुसंस्कृत शब्द की उत्पत्ति है जिसका शाब्दिक अर्थ संस्कारवान होना है.
हम सभी जानते हैं कि संस्कार शिक्षा से बनते हैं और शिक्षा शिक्षक प्रदान करते हैं। इसीलिए माँ को भी प्रथम गुरु कहा जाता है। 
 
हमारी भारतीय संस्कृति में गुरूओं को सर्वोच्च सम्मान से देखा जाता है. तभी तो हम भारतीय,  शिक्षक दिवस पर, अपने शिक्षकों/गुरुओं के प्रति हमारे ह्रदय में भरे हुये अतुल्य आदर भाव को ह्र्दय से बाहर उढ़ेल कर अपने गुरुओं का प्रतीकात्मक अभिनन्दन करते हैं-हर्षित होते हैं। 
 

संस्कारधानी की सिरमौर संस्था…………………की कार्यसमिति ने इस सुअवसर पर यह निर्णय लिया है कि शिक्षक दिवस 00/00/00 के अवसर पर हमारे शहर/संस्था/समाज का गौरव को बढ़ाने वाले सभी शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया जाये.

 

एक अभिनव परम्परा का सूत्रपात किया जाये जिससे हमारे बच्चों में शिक्षक सम्मान के संस्कार पड़े। अतएव आप सभी स्वजनों को सूचित किया जाता है कि तिथि 00/00/00 दिन शनिवार शाम 8 बजे……………कार्यालय/हॉल में ‘शिक्षक-अभिनंदन’ समारोह का आयोजन रखा गया है। 

आप सबसे अनुरोध है कि सम्पूर्ण परिवार के साथ पधारकर आयोजन को गरिमा प्रदान करें। कार्यक्रम विवरण: – 
1. सम्मानीय सदस्य शिक्षकों का अभिनंदन 
2. ड्राइंग प्रतिस्पर्द्धा, विषय-पर्यावरण एवम स्वच्छता (5 वर्ष से 15 वर्ष के बच्चों के लिये) 
3. पर्यावरण एवम स्वच्छता विषय पर लघु सम्भाषण प्रतिस्पर्द्धा ( 15 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के सभी सदस्य गण) 
नोट-कृपया प्रतिभागीयो की पूर्व सूचना कल दिनांक 00/00/00 तक  श्री………..जी को एवम श्री……………. जी को देवें) धन्यवाद  
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