विदाई शायरी पार्ट 1 – शिक्षक विदाई शायरी, विदाई शायरी फ़ॉर टीचर्स, फेयरवेल पोएट्री फ़ॉर टीचर्स इन हिंदी
विदाई शायरी – फेयरवेल शब्द जब कभी सामने आता है तो किसी अपने से, किसी अज़ीज़ से विछुड़न का एहसास होने लगता है। जीवन में अपनों से विछोह ग़मगीन कर देता है। हम इससे बच तो नहीं सकते लेकिन इस पल को यादगार बना कर अपनी स्मृति में सदा के लिये संजो कर अवश्य रख सकते हैं। आज का यह आर्टिकल विदाई शायरी ( Vidai shayari ) उन स्टूडेंट्स के लिये प्रस्तुत है जिन्हें अपने किसी प्रिय शिक्षक की विदाई करने की अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ जाता है। शिक्षक विदाई समारोह में अपने प्रिय टीचर की फेयरवेल को यादगार बनाने के लिये हम शिक्षक विदाई शायरी या फेयरवेल की शायरी की तलाश में रहते हैं, जिन्हें पढ़कर हम अपने सम्मानीय अध्यापक की विदाई शानदार तरीके से कर सकें। विदाई शायरी ( Vidai shayari ) का यह पार्ट 1 है, आंगे अन्य विषयों पर भी फेयरवेल शायरी के आर्टिकल प्रस्तुत करूँगा।
विदाई शायरी
भोर गमगीन होकर, ख़बर लाई है
दिन भी बैचेन है, धूप घबराई है
आपको हम फेयरवेल, दे दें मगर
दिल सुबकने लगा, आँख भर आई है।
Bhor gamgeen hokar
Khabr laayee hai,
Din bhi baichen hai
Dhoop ghabraayee hai,
Aapko ham fayarwell
De den magar,
Dil subakne laga
Aankh bhar aayee hai.
अनगिनत आपके, हम पे अहसान हैं
फिर भी इस बात से, आप अंजान हैं
भाग्य से ऐसे गुरुवर मिले, आजकल
इस जहाँ में कहाँ, ऐसे इंसान हैं।
Anginat aapke
Ham pe ahsaan hain,
Fir bhi is baat se
Aap anjaan hain,
Bhagya se aise guruvar
Mile aajkal,
Is jahan me kahan
Aise insaan hain.
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विद्वता की प्रखर, आप पहचान हैं
आप टीचर नहीं, एक संस्थान हैं
हम थे कंकण, मणी आपने कर दिया
हम सभी शिष्य के, आप भगवान हैं।
Vidwata ki prakhar
Aap pehchaan hain,
Aap teacher nahin
Ek sansthaan hain,
Ham the kankan
Mani aapne kar diya,
Ham sabhi shishy ke
Aap bhagwan hain.
आपसे सद्गुरु, किस्मतों से मिले
रौशनी भर गई, नूर से खिल उठे
जीत जाएंगें हम, हमको है ये यकीं
आपके मार्गदर्शन में, हम चल पड़े।
Aapse sadguru
Kismaton se mile,
Raushni bhar gayee
Noor se khil uthe,
Jeet jaayenge ham
Hamko hai ye yakeen,
Aapke margdarshan me
Ham chal pade.
पथ दिखा कर हमें, लो चले छोड़कर
हाँथ मझधार में, लो चले छोड़कर
है बड़ा बेरहम, ये विदाई का दिन
मेरे गुरुवर हमें, लो चले छोड़कर।
Path dikha kar hamen
Lo chale chhodakar,
Haanth majhdaar me
Lo chale chhodakar,
Hai bada berahm ye
vidaai ka din,
Mere guruvar hamen
Lo chale chhodakar.
आप ना होते, तो ताकत ना होती
आप ना होते, तो गंभीरता नहीं होती
आप ना होते, तो हमारे इस स्कूल में
श्रेष्ठ करने की, ऐसी अधीरता नही होती।
Aap na hote
To taqat Na hoti,
Aap na hote
To gambhirta nahi hoti,
Aap na hote
To hamare is school me,
Shresth karne ki
Aisi adheerta nahi hoti.
ऐसा नहीं कि हम, सहते नहीं हैं
बस दिल का दर्द, हम कहते नहीं है
जब से आपकी विदाई की ख़बर सुनी है
बस तबसे हम, थोड़ा खुश रहते नहीं हैं।
Aisa nahi ki ham
Sahte nahi hain,
Bas dil ka dard
Kisi se kahte nahi hain,
Jabse aapki
vidaai ki khabar suni hai,
Bas tabse ham
Thoda khush rahte nahi hain.
आपसे ही शान, आपसे पहचान देखी है
निष्ठा और समर्पण की, दास्तान देखी है
आपके प्रयासों से, हमने इस कॉलेज की
ज़मीं से आसमाँ तक की उड़ान देखी है।
Aapse hi shaan
Aapse pahchaan dekhi hai,
Nishtha aur samarpan ki
Daastaan dekhi hai,
Aapke prayason se
Hamne is college ki,
Zameen se aasmaan tak ki
Udaan dekhi hai.
धूल थे हम सभी, आसमाँ बन गये
चाँद का नूर ले, कहकशाँ बन गये
ऐसे सर को भला, कैसे कर दें विदा
जिनकी शिक्षा से हम, क्या से क्या बन गये।
Dhool the ham sabhi
Aasmaan ban gaye,
Chaand ka noor le
Kahkashan ban Gaye,
Aise sir ko bhala
Kaise kar den vida,
Jinki shiksha se ham
Kya se kya ban gaye.
हम तो कच्ची मिट्टी थे, चन्दन बना दिया
काँच की सूरत में थे, मणि कंचन बना दिया
ये मेहरबानियाँ कभी, भुला नहीं पायेंगे
आप वो पारस हैं, जिसने हमें कुंदन बना दिया।
Ham to kacchi mitti the
Chandan bana diya,
Kaanch ki surat me the
Mani Kanchan bana diya,
Ye meharbniyan kabhi
Ham bhula na paayenge,
Aap vo paras hain
Jisne hame kundan bana diya.
इस आर्टिकल विदाई शायरी पार्ट 1 के बारे में आपके कमेंट्स की प्रतीक्षा रहेगी।
Very nice sir, आपकी कविताएँ, शेर shaayriyan, दीप, प्रज्वलन, अतिथि, आदि, बहुत ही sunder, वाक्यांश से सुशोभित है। हम आपका आभार व्यक्त करते हैं, और चाहेंगे कि आप यूँ ही लिखते रहे, v हमें प्रेरणा मिलती रहे
आपका बहुत बहुत धन्यवाद कल्पना जी। आपकी अतीव सराहना के लिये आभार
Namste ji mene bhi kuchh deshbhakti or srigar ki hindi kavitaye likhi h but present ke liye platform chahiye
आपको मैंने निजी रूप से उत्तर दिया है। बहुत धन्यवाद
Sir please har subject ke teacher ke upar sayri send kr dijiye
दुर्गेश जी आपके आग्रह पर हर सब्जेक्ट के टीचर पर शायरी का आर्टीकल आज प्रकाशित हो गया है। आशा करता हूँ कि आपको सहायता मिलेगी।
विधालय के प्रधान लिपिक की सेवानिवृत्ती के अवसर हेतु कुछ पंक्तियाँ दीजीये सर
नाम। प्रसोत कुमार
प्रधान लिपिक
कृषक इण्टर कालिज, मवाना
दिनांक 31-12-18
अनुराग जी सेवानिवृत्ति पर ढेरों शायरी और पंक्तियां उड़ती बात पर उपलब्ध हैं। कृपया पढ़ें
thank you sis farewell shayari ke liye