नववर्ष पर शायरी – नये साल पर शायरी, हैप्पी न्यू ईयर शायरी 2018
नववर्ष पर शायरी – दोस्तों, नया साल आ गया है, और हम सब नये साल का स्वागत धूमधाम से करने के लिये तैयार हैं। नयापन मानवीय मन को सदा ही लुभावना लगता है। हर कोई अपनी आशाओं औऱ सपनों को नये साल में पूरा होता देखना चाहता है और क्यों ना हो, अगर समय अच्छा आ जाये तो वक़्त बदलते देर नहीं लगती। मैं आज के इस पोस्ट नववर्ष पर शायरी के माध्यम से उड़ती बात के सभी स्नेही पाठकों को नववर्ष की शुभकामनाएं देना चाहता हूँ।
आशा है कि नववर्ष शुभकामना शायरी आपको पसंद आयेगी। पसंद आये तो अपने स्वजनों को इस शायरी के माध्यम से शुभकामनाएं दें, इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
नववर्ष पर शायरी
ये फूल बाग बहारें, तुम्हें मुबारक हों
गगन के चाँद सितारे, तुम्हें मुबारक हो
दुआयें हैं कि जहाँ भर की, ख़ुशी तुमको मिले
नये बरस की फ़िज़ाएँ, तुम्हें मुबारक हो।
गुलों की शाख से, खुश्बू चुरा के लाया है
गगन के पाँव से, घुँघरू चुरा के लाया है
थिरकते कदमों से, आया है आज साल नया
तुम्हारे वास्ते खुशियां, चुरा के लाया है।
ना बेक़सी ना किसी, बेबसी की बात करो
भुला के रंज तंज़ गम, खुशी की बात करो
तुम्हें मुबारका खुशियों, का आज साल नया
उदासियों को भुलाकर, हँसी की बात करो।
दिलों की धड़कनों को, ज़ोर से धड़कने दो
जो सोये सोये हैं अरमान, अब भड़कने दो
ख़ुशी से झुमकर के, आया नया साल उठो
खिला दो फूल तमन्नाओं को, महकने दो।
हो दिल में दर्द तो, काफ़ूर सभी हो जायें
हो फ़िक्र जितनीं भी, वो दूर सभी हो जायें
सभी को नव बरस में, खुशियाँ बेहिसाब मिले
ख़ुशी में डूब करके, चूर सभी हो जायें।
मिज़ाज़ मस्ती का, खुशहाल नया लाया है
सुहाने ख़्वाब का, कमाल नया लाया है
दिलों की ख्वाहिशों को, और हवा दे देना
तुम्हारे वास्ते यह, साल नया आया है।
नई उम्मीद भरा थाल, यह मुबारक हो
ख़ुशी की मस्तियों की, चाल यह मुबारक हो
तुम्हारे ख़्वाब सभी, इस बरस में पूरे हों
दुआयें दिल से तुम्हें, साल यह मुबारक हो।
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Happy New Year
Shayari In hindi
ye phool baag bahaaren,
tumhe mubaarak ho
gagan ke chaand sitaare,
tumhe mubaarak ho
duaon hain ki jahaan bhar ki,
khushee tumko mile
naye baras ki fizaayen,
tumhe mubaarak ho.
Gulon ki shaakh se,
khushbu chura ke laaya hai
gagan ke paanv se,
ghanghru chura ke laaya hai
thirakate kadamo se,
aaya hai aaj ka saal naya
apane vaaste khushiyaan,
chura ke laaya hai.
na bekasi na koi,
bebsi ki baat karo
bhula ke ranj tanz gam,
khushee kee baat karo
Tumhe mubaaraka,
khushiyon ka aaj saal naya
udaasiyon ko bhulakar,
hansi kee baat karo.
dilon ki dhadkanon ko,
zor se dhadakne do
jo soye soye hain aramaan,
ab bhadakne do
khushi se jhumkar ke,
aaya naya saal utho
khila do phool tamannaon ko,
mahakne do.
ho dil me dard to,
kaafoor sabhi ho jayen
ho fikra jitni bhi,
vo door sabhi ho jayen
sabhi ko nav baras me,
khushiyaan behisaab mile
khushi me doob kar ke,
choor sabhi ho jayen.
mizaaj masti ka,
khushhaal naya laaya hai
suhaane khwaab ka,
kamaal naya laaya hai
dilon ki khwaahishon ko,
aur hawa de dena
tumhaare vaaste,
Ye saal naya aaya hai.
nayee ummeed bhara thaal,
yah mubaarak ho
khushi ki mastiyon ki,
chaal yah mubaarak ho
tumhaare khawab sabhi,
is baras me poore hon
duaayen dil se tumhe,
saal yah mubaarak ho.
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना सोमवार १जनवरी २०१८ के नववर्षीय विशेषांक के लिए………..https://halchalwith5links.blogspot.com पर लिंक की गयी है। आप भी सादर आमंत्रित हैं।
धन्यवाद।
आपका बहुत बहुत आभार श्वेता जी। बहुत बहुत शुक्रिया मेरी रचना को चयनित करने के लिये।
अच्छी है नव वर्ष की शायरी …
आपको भी नव वर्ष की मंगल कामनाएँ …
बहुत बहुत धन्यवाद दिगम्बर जी। आपको भी नवबर्ष की बहुत शुभकामनाएं। स्वागतम
बेहतरीन शायरी।
बहुत बहुत धन्यवाद अभी जी। स्वागतम