ताली शायरी पार्ट 4 – उड़ती बात के सभी चाहने वालों को Amit Maulik का नेह भरा नमस्कार। दोस्तों, एक सफल compere को compering script में richness लाने के लिये compering shayari, clapping shayari, Guest welcome shayari, Thank you shayari, Gratitude shayari आदि की लगातार आवश्यकता पड़ती रहती है। तालियाँ शायरी की श्रंखला में आज
Anchoring Shayari Part 6 – सभी एंकर मित्रों को अमित जैन मौलिक का स्नेहिल अभिवादन। दोस्तो, मंच संचालन शायरी की सफल श्रृंखला की अगली कड़ी में आपके समक्ष पेश है Anchoring Shayari Part 6 आशा है कि इस आर्टिकल से आपको अपनी anchoring script को colorful बनाने में थोड़ी बहुत मदद अवश्य मिलेगी। Anchoring Shayari
मंच संचालन शायरी पार्ट 5 – सभी माइक के विजेताओं को स्नेहिल अभिवादन। आज का यह आर्टिकल मंच संचालन शायरी पार्ट 5 में आप सबके समक्ष मिश्रित शायरी संग्रह प्रस्तुत कर रहा हूँ। इस पोस्ट में सभी तरह की मंच संचालन शायरियाँ संग्रहित हैं। आशा है कि सदा की तरह आपका स्नेह और आशीर्वाद मुझे
एंकरिंग शायरी – सभी एंकर मित्रों को अमित जैन ‘मौलिक, का यथायोग्य अभिवादन। दोस्तों, एकरिंग शायरी की बहुप्रतिसादित श्रृंखला में प्रस्तुत है एंकरिंग शायरी पार्ट 4 , आशा है कि सदा की तरह आपको यह प्रस्तुति अवश्य पसंद आयेगी। एंकरिंग शायरी – पार्ट 4 अपना मसीहा और प्रणेता बना लिया हरदिल अज़ीज़ और चहेता बना लिया
Guest welcome shayari – एक अच्छे मंच संचालन में Guest welcome shayari की बहुत आवश्यकता होती है। अतिथि स्वागत शायरी की श्रंखला में यह कड़ी आपको कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। Guest welcome shayari अतिथि स्वागत शायरी आभार शायरी आपकी खुश्बू जग में फैले, यश उत्तंग हिम पर्वत हो यही दुआयें श्रीमान जी, आपकी आयु
प्रस्तुत है उड़ती बात स्पेशल आर्टिकल मंच संचालन हेतु शानदार ताली शायरी । आशा है सभी मंच संचालकों को इस आर्टिकल से मदद मिलेगी। अपनी कद्रदानी को इस तरहा ना छिपाइए अगर प्रस्तुति पसंद आई हो तो तालियाँ बजाइये। भ्रमर परागों पर बैठेगें धरी रहेगी रखवाली खुश्बू ख़ुद उड़ने को आतुर क्या कर लेगा जी माली
अतिथि स्वागत के दोहे – उड़ती बात पर प्रकाशित मंच संचालन के चर्चित आर्टिकल मंच संचालन शायरी, ताली शायरी, मंच संचालन स्क्रिप्ट की श्रखंला को आंगे बढ़ाते हुये आप सब के समक्ष प्रस्तुत है अतिथि स्वागत के दोहे के रूप में लिखी अतिथि स्वागत शायरी का ऐसा संग्रह जो कि आपको मुदित कर देगा। अक्सर
मंच संचालन के लिये शायरी – प्रस्तुत है Anchoring shayari की श्रृंखला में दूसरी कड़ी मंच संचालन के लिये शायरी । आशा है आप सबको पसंद आयेगा। मंच संचालन के लिये शायरी इस रंग भरे गुलशन में हम, खुश्बू का गगन बनायेंगे लज़्ज़त के नए हिंडोलों में, झूलेंगे और झुलायेंगे यह महज़ नहीं इक आयोजन,
धुन्ध ही धुंध थी पूरा आसमान, सर पे उठा रक्खा था एक बार हुज़ूर क्या कह दिया हमने, आतंक मचा रक्खा था हमने इक रोज़ इमदाद मांग कर, उनकी हवा ख़राब कर दी जिन्होंने खुद को बहुत बड़ा, सुल्तान समझ के रक्खा था। बिना दुश्वारी के बिना तकलीफों के ये नामुराद ख़्वाब कहाँ संवरते
आपके सामने प्रस्तुत है मंच संचालन शायरी पार्ट-3 आशा है कि आपको यह प्रयास पसन्द आयेगा। अगर पसंद आये तो अपनी राय और सुझाव कमेंट बॉक्स में अवश्य दर्ज करें। मंच संचालन शायरी ऐसा हुनर ऐसी सादगी ऐसी रहनुमाई की कैफियत नहीं देखी किरदार तो बहुत देखें हैं ज़माने में पर आप जैसी शख्सियत नहीं देखी।