‘श्री शांतिनाथ भगवान का मस्तकाभिषेक  धन्य धन्य वो लोग जो आकर माथा रहे हैं टेक’  भेड़ाघाट में परम पवित्र सरयू नर्मदा की शीतल लहरों का अविरल प्रवाह जब अपने सम्पूर्ण वेग से धुंवाधार प्रपात से धरती तल पर गिर कर सहज हो जाता है  तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे नर्मदा नदी उमंग में बहती