होली शायरी थोड़ी शोख़ी थोड़ा तबस्सुम थोड़ी हया दे दो होली आई है मुझे मुहब्बत का रंग बनाना है लाल गुलाबी नीले-पीले हरे रंग दिखला देंगें होली आने दो तुम सजनी रंगों से नहला देंगें नये रिवाज़ रिवायत हैं ढंग लाये हैं ख़्वाब और ख़्वाहिशों की मौज संग लाये हैं हम शराफ़त से तेरे रुख़