Anchoring Shayari Part 6 – सभी एंकर मित्रों को अमित जैन मौलिक का स्नेहिल अभिवादन। दोस्तो, मंच संचालन शायरी की सफल श्रृंखला की अगली कड़ी में आपके समक्ष पेश है Anchoring Shayari Part 6 आशा है कि इस आर्टिकल से आपको अपनी anchoring script को colorful बनाने में थोड़ी बहुत मदद अवश्य मिलेगी। Anchoring Shayari
देशभक्ति शायरी – देशभक्ति मंच संचालन शायरी पार्ट 2 : मंच के सभी महारथियों को अमित जैन ‘मौलिक’ का जय हिंद। दोस्तों मैंने अपने पिछले पोस्ट देशभक्ति मंच संचालन शायरी पार्ट 1 में आपके समक्ष देशभक्ति शायरी का एक ऐसा संग्रह प्रस्तुत किया था जिस की मदद से आप देशभक्ति गीत की मंचीय प्रस्तुति में
मंच संचालन शायरी पार्ट 5 – सभी माइक के विजेताओं को स्नेहिल अभिवादन। आज का यह आर्टिकल मंच संचालन शायरी पार्ट 5 में आप सबके समक्ष मिश्रित शायरी संग्रह प्रस्तुत कर रहा हूँ। इस पोस्ट में सभी तरह की मंच संचालन शायरियाँ संग्रहित हैं। आशा है कि सदा की तरह आपका स्नेह और आशीर्वाद मुझे
देशभक्ति गीत आधारित मंच संचालन शायरी – मंच संचालन के सभी महारथियों को जय हिंद। मित्रों, आप सोच रहे होंगें कि इस पोस्ट देशभक्ति गीत आधारित मंच संचालन शायरी के द्वारा मैं आपके सामने exactly क्या पेश करने वाला हूँ। शायद किसी-किसी ने थोड़ा बहुत अंदाज़ा भी लगा लिया होगा। तो चलिये इस प्रस्तुति देशभक्ति
एंकरिंग शायरी – सभी एंकर मित्रों को अमित जैन ‘मौलिक, का यथायोग्य अभिवादन। दोस्तों, एकरिंग शायरी की बहुप्रतिसादित श्रृंखला में प्रस्तुत है एंकरिंग शायरी पार्ट 4 , आशा है कि सदा की तरह आपको यह प्रस्तुति अवश्य पसंद आयेगी। एंकरिंग शायरी – पार्ट 4 अपना मसीहा और प्रणेता बना लिया हरदिल अज़ीज़ और चहेता बना लिया
Guest welcome shayari – एक अच्छे मंच संचालन में Guest welcome shayari की बहुत आवश्यकता होती है। अतिथि स्वागत शायरी की श्रंखला में यह कड़ी आपको कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। Guest welcome shayari अतिथि स्वागत शायरी आभार शायरी आपकी खुश्बू जग में फैले, यश उत्तंग हिम पर्वत हो यही दुआयें श्रीमान जी, आपकी आयु
अतिथि स्वागत के दोहे – उड़ती बात पर प्रकाशित मंच संचालन के चर्चित आर्टिकल मंच संचालन शायरी, ताली शायरी, मंच संचालन स्क्रिप्ट की श्रखंला को आंगे बढ़ाते हुये आप सब के समक्ष प्रस्तुत है अतिथि स्वागत के दोहे के रूप में लिखी अतिथि स्वागत शायरी का ऐसा संग्रह जो कि आपको मुदित कर देगा। अक्सर
अतिथि स्वागत शायरी फूल दरख्तों पर खिले हुये, कम ही देखे हैं हमने तो नज़र नज़र केवल, गम ही देखे हैं आप ऐसी तासीर, कहाँ से पाये हैं ज़नाब हमने हमेशा मुस्कराने वाले, कम ही देखे हैं। जगमोहन सी बातें करके, लूट लूट ले जाते हैं सौगातों की झोली भर कर, प्यार बांटते जाते
ताली शायरी पार्ट 1 – उड़ती बात के सभी प्रशसंकों को अमित मौलिक का स्नेहिल अभिवादन। दोस्तों, मंच और ताली एक दूसरे के पूरक हैं। किसी भी मंचीय प्रस्तुति की सफलता का एक ही पैमाना होता है और वह है तालियाँ बजना। हालांकि कई बार अच्छी प्रस्तुति पर भी कमजोर तालियाँ आती हैं। ऐसा इसलिए
धुन्ध ही धुंध थी पूरा आसमान, सर पे उठा रक्खा था एक बार हुज़ूर क्या कह दिया हमने, आतंक मचा रक्खा था हमने इक रोज़ इमदाद मांग कर, उनकी हवा ख़राब कर दी जिन्होंने खुद को बहुत बड़ा, सुल्तान समझ के रक्खा था। बिना दुश्वारी के बिना तकलीफों के ये नामुराद ख़्वाब कहाँ संवरते