कैसे पावन गँगा का इस धरती पर अवतरण हुआ कैसे थे वो भागीरथ परमार्थ का ऊँचा गगन छुआ  इक्ष्वाकु कुल के वंशज श्री राम के विरले पूर्वज थे परम प्रतापी सगर नाम के राजा एक अपूरब थे  दिकशासन की इच्छा थी मैं चक्रवर्ती सम्राट बनूं क्यों ना अश्वमेघ करवाऊं कुल शासन जयवन्त करूं  हुआ