रोमांटिक लव ग़ज़ल : Best Romantic Love Gazals collection-romantic gazals in hindi font प्यार मोहब्ब्त की ग़ज़लें
रोमांटिक लव ग़ज़ल – पढ़िये इश्क़ और तकरार से लबरेज़ दो शानदार रोमांटिक लव ग़ज़लें। आपकी प्रतिक्रिया और सुझाव आमंत्रित हैं-
रोमांटिक ग़ज़ल – आज रहने दो
मिलेगा तुमको हर ज़बाब, आज रहने दो
करेंगें फिर कभी हिसाब, आज रहने दो।
नक़ाब नोंचकर सबको, यहीं दिखाऊँगा
शहर में कौन है ख़राब, आज रहने दो।
फिर किसी रोज़ देख लेंगें, आपका जलवा
मुझे यकीन है ज़नाब, आज रहने दो।
ज़मीं पे रेंगने वालों की, बड़ी बातें हैं
सुनेंगें आसमां का ख़्वाब, आज रहने दो।
तैश की आतिशे जर्राह, अभी बढ़ने दो
करेंगें जंग इंकलाब, आज रहने दो।
वज़ूद इत्र सा महका, किसी के जलवों में
अभी नशा है बेहिसाब, आज रहने दो।
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◆तड़पडे दिल की दो दर्द भरी ग़ज़लें
Romantic Gazal-Aaj rahne do
milega tumko har zabaab, aaj rahne do
karenge fir kabhi hisaab, aaj rahne do.
naqaab nonchkar sabko, yaheen dikhaayenge
shahar me kaun hai kharaab, aaj rahne do.
fir kisee roz dekh lenge apkaa zalwa
mujhe yakeen hai zanaab, aaj rahne do.
zamee pe rengne vaalon ki, badi baaten hain
sunenge aasma ka khwaab, aaj rahne do.
taish ki aatishe jarraah, abhi badhne do
karenge jang inqlaab, aaj rahne do.
vazood itra sa mahka, kisi ke jalwon me
abhee nasha hai behisaab, aaj rahne do.
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रोमांटिक ग़ज़ल – आजकल
फ़ितरत बदल रही है मेरे, दिल की आजकल
है कौन जिसकी ख़ूब, चल रही है आजकल।
क्यों आफ़ताब इश्क़, सिखाता है चाँद को
क्यों धूप चांदनी से, मिल रही है आजकल।
दिलशाद वाकये, चमन में फिर से हो रहे
खुश्बू फ़िज़ा में ख़ूब, घुल रही है आजकल।
किसकी हँसी में मिल के, हवा नज़्म हो गई
किसकी ग़ज़ल में शाम, ढल रही है आजकल।
ये कौन चल रहा है मेरे, नाम खार पर
पाँवों में चुभन तेज, चल रही है आजकल।
शोला फिशां हूँ ख्वाहिशे, आतिश बना गया
शम्मा सी कोई दिल में, जल रही है आजकल।
Romantic Gazal-aajakal
fitrat badal rahi hai mere, dil ki aajkal
hai kaun jiski khub, chal rahi hai aajkal.
kyon aaftaab ishq, sikhata hai chaand ko
kyon dhoop chaandani se, mil rahi hai aajkal.
dilshaad vaakye, chaman me fir se ho rahe
khushbu fiza me khoob, ghul rahi hai aajkal.
kiski hansi me mil ke, hawa nazm ho gayee
kiski gazal me shaam, dhal rahi hai aajkal.
ye kaun chal raha hai mere, naam khaar par
paanvon me chubhan tej, chal rahi hai aajkal.
shola fishaan hun khwaahishe, aatish bana diya
shamma si koi dil me, jal rahi hai aajkal.
वाह लाजवाब
बहुत बहुत आभार बहुत बहुत शुक्रिया सर।
शानदार,लाज़वाब,खूबसूरत, बेहद दिलकश ,मन छूती गज़ल आपकी अमित जी। बहुत बहुत अच्छी।
आपका ह्रदय से बहुत बहुत आभार धन्यवाद श्वेता जी। आपकी सराहना से ऊर्जा मिली।
दिल को छूती बहुत सुंदर गजल।
बहुत बहुत आभार धन्यवाद आदरणीया।
शुभ संध्या अमित भाई
सादर जय जिनेन्द्र
बेहतरीन ग़ज़ल….
कल नई विधा पर आएगी
सादर
जी आपका अतुल्य आभार दिव्या जी। बहुत बहुत धन्यवाद। सादर जय जिनेंद्र
मन को गुदगुदाती अविस्मरणीय रचना
बहुत बहुत शुक्रिया बहुत पुष्पेंद्र जी। उत्साहबर्धन के लिये आभारी हूँ।
लाजवाब ,बहुत सुन्दर रचना है
बहुत धन्यवाद लवजीत जी।
Wah wah. !!!!!!!
Lajwaab!!!
Karm jeet ellenabad.( haryana)
बहुत बहुत शुक्रिया करमजीत जी। बहुत आभार
अति सुंदर
वह दिल को छू लिया
बहुत बढ़िया सर जी हार्दिक अभिनन्दन क्या गजब का लिखा है लाजवाब वाह