Anchoring Shayari Part 6 – manch sanchalan shayari, मंच संचालन, एंकरिंग पोएट्री

Buy Ebook

Anchoring Shayari Part 6 – सभी एंकर मित्रों को अमित जैन मौलिक का स्नेहिल अभिवादन। दोस्तो, मंच संचालन शायरी की सफल श्रृंखला की अगली कड़ी में आपके समक्ष पेश है Anchoring Shayari Part 6 आशा है कि इस आर्टिकल से आपको अपनी anchoring script को colorful बनाने में थोड़ी बहुत मदद अवश्य मिलेगी।

Anchoring Shayari Part 6, manch sanchalan shayari, मंच संचालन, एंकरिंग पोएट्री, मंच संचालन शायरी, prastota shayari, Manch Sanchalan ke liye shayari, manch shayari, stage shayari, Sanchalan shayari, anchoring shayari, host shayari, anchor shayari, shayari, Manch Sanchalan shayari in hindi, Sanchalan shayari in hindi, vakta shayari in hindi, anchoring shayari in hindi, host shayari in hindi, manch hetu shayari, stage shayari in hindi, manch Sanchalan ke liye saamagri, manch Sanchalan kavita, manch Sanchalan panktiyan, anchoring poetry in hindi, anchoring poetry, anchoring Shayari in hindi font, anchoring Shayari hindi lyrics, वक्ता शायरी, स्टेज शायरी, मंच संचालन के लिये शायरी, मंच संचालन की पंक्तियाँ, मंच संचालन पंक्तियाँ, संचालन पंक्तियाँ, एंकरिंग पंक्तियाँ, मंच संचालन, शायरी स्टेज की, संचालन के लिए शायरी, एंकरिंग शायरी, प्रस्तोता शायरी, शायरी, भाषण शायरी, मंच शायरी, संचालन शायरी, मंच संचालन हेतु शायरी, सांस्कृतिक घटना के लिये शायरी, माइक शायरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम शायरी, मंच सञ्चालन शायरी, चार पंक्तियाँ की शायरी, 4 लाइन शायरी, 4 line shayari, प्रेरणादायक शायरी, मार्गदर्शक शायरी, मोटिवेशनल शायरी, दिलजली शायरी, ख़्वाहिशों पर शायरी, kushi shayari, nithhalon par shayari, chirag par shayari, jang par shayari, pyar par shayari, कड़वी शायरी, तकरार की शायरी, udti baat shayari, amit jain maulik shayari, amit jain shayari, amit maulik shayari, उड़ती बात शायरी

Anchoring Shayari Part 6

सुहानी सर्दियों का, आफ़ताब लाया हूँ
छिड़क के नूर बज़्म में, गुलाब लाया हूँ
मैं आज चाँदनी में इश्क़, भिगोकर लाया
तुम्हारी महफ़िलों में, माहताब लाया हूँ।

नज़ारे फूल शबा रुत ये, तुम्हारी होगी
महक लुटाती हवा, रोज़ तुम्हारी होगी
बुलंद और करो, अपने इरादों को ज़रा
ख़ुशी ज़हान की हर एक, तुम्हारी होगी।

Anchoring Shayari Part 6, manch sanchalan shayari, मंच संचालन, एंकरिंग पोएट्री, मंच संचालन शायरी, prastota shayari, Manch Sanchalan ke liye shayari, manch shayari, stage shayari, Sanchalan shayari, anchoring shayari, host shayari, anchor shayari, shayari, Manch Sanchalan shayari in hindi, Sanchalan shayari in hindi, vakta shayari in hindi, anchoring shayari in hindi, host shayari in hindi, manch hetu shayari, stage shayari in hindi, manch Sanchalan ke liye saamagri, manch Sanchalan kavita, manch Sanchalan panktiyan, anchoring poetry in hindi, anchoring poetry, anchoring Shayari in hindi font, anchoring Shayari hindi lyrics, वक्ता शायरी, स्टेज शायरी, मंच संचालन के लिये शायरी, मंच संचालन की पंक्तियाँ, मंच संचालन पंक्तियाँ, संचालन पंक्तियाँ, एंकरिंग पंक्तियाँ, मंच संचालन, शायरी स्टेज की, संचालन के लिए शायरी, एंकरिंग शायरी, प्रस्तोता शायरी, शायरी, भाषण शायरी, मंच शायरी, संचालन शायरी, मंच संचालन हेतु शायरी, सांस्कृतिक घटना के लिये शायरी, माइक शायरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम शायरी, मंच सञ्चालन शायरी, चार पंक्तियाँ की शायरी, 4 लाइन शायरी, 4 line shayari, प्रेरणादायक शायरी, मार्गदर्शक शायरी, मोटिवेशनल शायरी, दिलजली शायरी, ख़्वाहिशों पर शायरी, kushi shayari, nithhalon par shayari, chirag par shayari, jang par shayari, pyar par shayari, कड़वी शायरी, तकरार की शायरी, udti baat shayari, amit jain maulik shayari, amit jain shayari, amit maulik shayari, उड़ती बात शायरी

कोई बताये खता, तुम ना ऐतबार करो
किसी हसीन से, इक बार आँख चार करो
इश्क़ है सबसे बड़ी चीज, खुदाई यारो
प्यार की बात करो, प्यार करो प्यार करो।

ये भी पढ़ें – मेहमान स्वागत शायरी पार्ट 4

ये भी पढ़ें – एंकरिंग शायरी पार्ट 4

ये भी पढ़ें – ताली बजाओ शायरी पार्ट 3

फ़लक के पार चलो, इक उड़ान हो जाये
हमारी मुट्ठियों में, आसमान हो जाये
लगा के पँख ख़्वाहिशों के, छलांगें भर लो
ये चाँद नूर फ़िज़ा,अपने नाम हो जाये।

Anchoring Shayari Part 6, manch sanchalan shayari, मंच संचालन, एंकरिंग पोएट्री, मंच संचालन शायरी, prastota shayari, Manch Sanchalan ke liye shayari, manch shayari, stage shayari, Sanchalan shayari, anchoring shayari, host shayari, anchor shayari, shayari, Manch Sanchalan shayari in hindi, Sanchalan shayari in hindi, vakta shayari in hindi, anchoring shayari in hindi, host shayari in hindi, manch hetu shayari, stage shayari in hindi, manch Sanchalan ke liye saamagri, manch Sanchalan kavita, manch Sanchalan panktiyan, anchoring poetry in hindi, anchoring poetry, anchoring Shayari in hindi font, anchoring Shayari hindi lyrics, वक्ता शायरी, स्टेज शायरी, मंच संचालन के लिये शायरी, मंच संचालन की पंक्तियाँ, मंच संचालन पंक्तियाँ, संचालन पंक्तियाँ, एंकरिंग पंक्तियाँ, मंच संचालन, शायरी स्टेज की, संचालन के लिए शायरी, एंकरिंग शायरी, प्रस्तोता शायरी, शायरी, भाषण शायरी, मंच शायरी, संचालन शायरी, मंच संचालन हेतु शायरी, सांस्कृतिक घटना के लिये शायरी, माइक शायरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम शायरी, मंच सञ्चालन शायरी, चार पंक्तियाँ की शायरी, 4 लाइन शायरी, 4 line shayari, प्रेरणादायक शायरी, मार्गदर्शक शायरी, मोटिवेशनल शायरी, दिलजली शायरी, ख़्वाहिशों पर शायरी, kushi shayari, nithhalon par shayari, chirag par shayari, jang par shayari, pyar par shayari, कड़वी शायरी, तकरार की शायरी, udti baat shayari, amit jain maulik shayari, amit jain shayari, amit maulik shayari, उड़ती बात शायरी

शरीफ़ जितने थे, ईमां ख़राब करने लगे
नतीज़े आये नहीं, इंक़लाब करने लगे
बड़ी मेहनत से, चमन में बाहर आई है
निठल्ले सारे शहर के, हिसाब करने लगे।

निज़ाम हाँथ में लेकर, के जेब भरते हैं
दिखा के ख़्वाब, हमेशा फ़रेब करते हैं
हवेलियों में लगाकर, शनील के पर्दे
यही वो लोग हैं जो, खुल के ऐब करते हैं।

Anchoring Shayari Part 6, manch sanchalan shayari, मंच संचालन, एंकरिंग पोएट्री, मंच संचालन शायरी, prastota shayari, Manch Sanchalan ke liye shayari, manch shayari, stage shayari, Sanchalan shayari, anchoring shayari, host shayari, anchor shayari, shayari, Manch Sanchalan shayari in hindi, Sanchalan shayari in hindi, vakta shayari in hindi, anchoring shayari in hindi, host shayari in hindi, manch hetu shayari, stage shayari in hindi, manch Sanchalan ke liye saamagri, manch Sanchalan kavita, manch Sanchalan panktiyan, anchoring poetry in hindi, anchoring poetry, anchoring Shayari in hindi font, anchoring Shayari hindi lyrics, वक्ता शायरी, स्टेज शायरी, मंच संचालन के लिये शायरी, मंच संचालन की पंक्तियाँ, मंच संचालन पंक्तियाँ, संचालन पंक्तियाँ, एंकरिंग पंक्तियाँ, मंच संचालन, शायरी स्टेज की, संचालन के लिए शायरी, एंकरिंग शायरी, प्रस्तोता शायरी, शायरी, भाषण शायरी, मंच शायरी, संचालन शायरी, मंच संचालन हेतु शायरी, सांस्कृतिक घटना के लिये शायरी, माइक शायरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम शायरी, मंच सञ्चालन शायरी, चार पंक्तियाँ की शायरी, 4 लाइन शायरी, 4 line shayari, प्रेरणादायक शायरी, मार्गदर्शक शायरी, मोटिवेशनल शायरी, दिलजली शायरी, ख़्वाहिशों पर शायरी, kushi shayari, nithhalon par shayari, chirag par shayari, jang par shayari, pyar par shayari, कड़वी शायरी, तकरार की शायरी, udti baat shayari, amit jain maulik shayari, amit jain shayari, amit maulik shayari, उड़ती बात शायरी

जान पर बन ही जाये, ऐसा तंग करते हैं
सुकून एक दूसरे का, भंग करते हैं
ये पींठ पीछे ना, अय्यारियाँ करो हमसे
ऐ मेरे दोस्त आओ, खुल के जंग करते हैं।

मुहिम ये जिंदगी की, ऐसे तय नहीं होगी
इश्क़ की बात करोगे, तो जय नहीं होगी
चिराग़ यूँ नहीं हवा ने, बुझाये होंगें
ज़रूर इसमें अंधेरों की, शह रही होगी।

Anchoring Shayari Part 6, manch sanchalan shayari, मंच संचालन, एंकरिंग पोएट्री, मंच संचालन शायरी, prastota shayari, Manch Sanchalan ke liye shayari, manch shayari, stage shayari, Sanchalan shayari, anchoring shayari, host shayari, anchor shayari, shayari, Manch Sanchalan shayari in hindi, Sanchalan shayari in hindi, vakta shayari in hindi, anchoring shayari in hindi, host shayari in hindi, manch hetu shayari, stage shayari in hindi, manch Sanchalan ke liye saamagri, manch Sanchalan kavita, manch Sanchalan panktiyan, anchoring poetry in hindi, anchoring poetry, anchoring Shayari in hindi font, anchoring Shayari hindi lyrics, वक्ता शायरी, स्टेज शायरी, मंच संचालन के लिये शायरी, मंच संचालन की पंक्तियाँ, मंच संचालन पंक्तियाँ, संचालन पंक्तियाँ, एंकरिंग पंक्तियाँ, मंच संचालन, शायरी स्टेज की, संचालन के लिए शायरी, एंकरिंग शायरी, प्रस्तोता शायरी, शायरी, भाषण शायरी, मंच शायरी, संचालन शायरी, मंच संचालन हेतु शायरी, सांस्कृतिक घटना के लिये शायरी, माइक शायरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम शायरी, मंच सञ्चालन शायरी, चार पंक्तियाँ की शायरी, 4 लाइन शायरी, 4 line shayari, प्रेरणादायक शायरी, मार्गदर्शक शायरी, मोटिवेशनल शायरी, दिलजली शायरी, ख़्वाहिशों पर शायरी, kushi shayari, nithhalon par shayari, chirag par shayari, jang par shayari, pyar par shayari, कड़वी शायरी, तकरार की शायरी, udti baat shayari, amit jain maulik shayari, amit jain shayari, amit maulik shayari, उड़ती बात शायरी

ज़रा सी बात के मतलब, हज़ार रखते हैं
तराजुओं में मोहब्बत, उधार रखते हैं
के जिनके आंगें तुम ये, गर्दनें झुकाते हो
वही तुम्हारी गर्दनों पे, धार रखते हैं।

ज़ुबाँ से बात निकलकर, कलाम हो जाये
तुम्हारी मिल्कियत, आसमान हो जाये
करो तो ऐसा करो, जिन्दगी में काम कोई
तुम्हारे काम से, भारत का नाम हो जाये।

Anchoring Shayari Part 6, manch sanchalan shayari, मंच संचालन, एंकरिंग पोएट्री, मंच संचालन शायरी, prastota shayari, Manch Sanchalan ke liye shayari, manch shayari, stage shayari, Sanchalan shayari, anchoring shayari, host shayari, anchor shayari, shayari, Manch Sanchalan shayari in hindi, Sanchalan shayari in hindi, vakta shayari in hindi, anchoring shayari in hindi, host shayari in hindi, manch hetu shayari, stage shayari in hindi, manch Sanchalan ke liye saamagri, manch Sanchalan kavita, manch Sanchalan panktiyan, anchoring poetry in hindi, anchoring poetry, anchoring Shayari in hindi font, anchoring Shayari hindi lyrics, वक्ता शायरी, स्टेज शायरी, मंच संचालन के लिये शायरी, मंच संचालन की पंक्तियाँ, मंच संचालन पंक्तियाँ, संचालन पंक्तियाँ, एंकरिंग पंक्तियाँ, मंच संचालन, शायरी स्टेज की, संचालन के लिए शायरी, एंकरिंग शायरी, प्रस्तोता शायरी, शायरी, भाषण शायरी, मंच शायरी, संचालन शायरी, मंच संचालन हेतु शायरी, सांस्कृतिक घटना के लिये शायरी, माइक शायरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम शायरी, मंच सञ्चालन शायरी, चार पंक्तियाँ की शायरी, 4 लाइन शायरी, 4 line shayari, प्रेरणादायक शायरी, मार्गदर्शक शायरी, मोटिवेशनल शायरी, दिलजली शायरी, ख़्वाहिशों पर शायरी, kushi shayari, nithhalon par shayari, chirag par shayari, jang par shayari, pyar par shayari, कड़वी शायरी, तकरार की शायरी, udti baat shayari, amit jain maulik shayari, amit jain shayari, amit maulik shayari, उड़ती बात शायरी

पहाड़ों से सितारों तक, गगन नीलाम हो जाये
नज़र भर हैं लबालब ख़्वाब, इक अरमान हो जाये
समंदर पी गये गम ख़्वार बनकर, इंतज़ारों में
उड़ानें कुछ हमारी मर्जियों के, नाम हो जाये।

11 Comments

Leave a Reply