26 जनवरी एंकरिंग स्क्रिप्ट 2019 – गणतंत्र दिवस पर मंच संचालन, 26 January Manch sanchalan script in hindi

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  • कवि अमित ‘मौलिक’

एंकर मेल – ज़ोरदार तालियाँ हमारे कार्यक्रम अध्यक्ष जी के लिये। अब मैं आज के विशिष्ट अतिथि … के ……..माननीय श्रीमन …… जी के गरिमामय व्यक्तित्व को पंक्तिबद्ध करते हुये हमारी संस्था के ……… के………श्री ………. जी को और संस्था के ……… के ……. श्री ……. जी से आग्रह करता हूँ कि वो मंच पर विराजित विशिष्ट अतिथि जी को शाल श्रीफल और पुष्पमाला से सम्मानित करें। पंक्तियां समर्पित करता हूँ कि ….

आपकी दिलदारियों को ख़ूब सुनते आये हैं
आपसा हरफन कलंदर कौन है इस शहर में
कोई होता और तो होते ज़मीं पर पैर ना
आपकी सादादिली के किस्से हैं इस शहर में।

  • कवि अमित ‘मौलिक’

एंकर फीमेल – तालियों की गड़गड़ाहट होनी चाहिये हमारे विशिष्ट अतिथि जी के लिए। क्रम समापन की ओर है, हमें हमारी एक और गणमान्य हस्ती का स्वागत करना है। मैं आज के एक और विशिष्ट अतिथि … के ……..माननीय श्रीमन …… जी के गरिमामय व्यक्तित्व को पंक्तियों में पिरोने का प्रयास करते हुये हमारी संस्था के ……… के………श्री ………. जी को और संस्था के ……… के ……. श्री ……. जी से आग्रह करती हूँ कि वो मंच पर विराजित विशिष्ट अतिथि जी को शाल श्रीफल और पुष्पमाला से सम्मानित करें। पंक्तियां निवेदित करती हूँ कि ….

आप से पूँछा कहाँ हमने तआरुफ़ आपका
आपका क़िरदार उड़ती खुश्बुओं ने कह दिया।

  • कवि अमित ‘मौलिक’

(स्वागत समापन)

एंकर मेल – ज़ोरदार तालियाँ हमारे विशिष्ट अतिथि जी के लिए और सभी डिग्निटीज़ के लिए बजा दीजिये। धन्यवाद। वक़्त हो चला है आपको रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की ओर ले चलने का। तो ले चलते हैं आपको एक शानदार ग्रुप डांस की ओर जिसे प्रस्तुत करने आ रहे हैं …………… ………. ………. ….
……. ……. ……., इस प्रस्तुति का नाम है एक स्तुति अनेक संस्कृति।।। तो चलिये आनंद लेते हैं।

(प्रस्तुति समापन)

26 जनवरी एंकरिंग स्क्रिप्ट 2019

एंकर फीमेल – वाह वाह वाह।।। जोरदार तालियां। कितना सुंदर संदेश था इस प्रस्तुति का। मुझे एक शायर की चार खूबसूरत पंक्तियां याद आ रहीं हैं कि..

बरबाद हो रहा है, ये गुलसिताँ हमारा
ये वक़्त ले रहा है, फिर इम्तिहाँ हमारा
नफ़रत को दूर कर दो, सब आओ मिलके गायें
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा।

एंकर मेल – बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति और बेहद खूबसूरत पंक्तियां। चलिये ले चलते हैं आपको अगली प्रस्तुति की ओर। अगली प्रस्तुति एक बेहद संवेदनशील विषय पर है। आप सब जानते हैं कि दशकों से हमारा देश आतंकवाद के दंश से पीड़ित है। और जब देश के सियासतदां सेना द्वारा किये गये आतंकवादियों के एनकाउंटर को ह्यूमन राइट्स का रंग देते हैं तो सेना के मनोबल पर क्या प्रभाव पड़ता है। मैं इस प्रस्तुति के प्रतिभागियों 1 ………., 2 ……….. , 3 …….. , 4 ……….., 5 ………., 6………, 7 …….., 8 ……… को मंच पर उनकी प्रस्तुति के लिए इन पंक्तियों के साथ आमंत्रित करता हूँ कि –

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