माँ सरस्वती वंदना। स्वागत गीत। Maa Saraswati vandana। Swagat Geet ।
माँ सरस्वती वंदना
मेरी मैया शारदे माँ
मुझे अपना बना लेना
तू ममता का समंदर है
मुझे कतरा बना लेना।
सुरीली मुग्ध सरिताएं
मेरे उर में बहा दे माँ
ह्रदय में बाँसुरी की धुन
ज़रा संगीत भर दे माँ
मैं बन जाऊँ मधुर मिश्री
मुझे सुर पांचवां देना।
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उडू अम्बर में चिड़ियों सा
चहक जाऊँ लहक जाऊँ
खिलूँ गुल सा चमन में और
खुशबू सा महक जाऊँ
कुहासे सारे संशय के
मेरे मन से हटा देना।
रहें मौलिक, प्रपंचों से
विमुख हों कर जीयें जीवन
छदमता हों ना अंतर में
कलुषता हो ना मेरे मन
मेरे अंतस के सारे तम
मेरी मैया मिटा देना।
मेरी मैया शारदे माँ
मुझे अपना बना लेना
तू ममता का समंदर है
मुझे कतरा बना लेना।
अतिथि स्वागत गीत
आ गये हमारे अतिथि यहाँ,
हम सब मिल स्वागत करते हैं
कृत उपकृत मन के भाव सुमन,
हम सादर अर्पित करते हैं।
श्रीमान पधारे आप यहाँ,
हम हर्षित हैं हम पुलकित हैं
कैसे अभिनन्दन करें भला
यह सोच सोच कर चिंतित हैं
सुरभित नूतन कुछ पुष्प मिले
हम वही समर्पित करते हैं
आ गये हमारे अतिथि यहाँ,
हम सब मिल स्वागत करते हैं।
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यह बड़ी सोच यह दूर दृष्टि,
यह ऊर्जा हमें भी मिल जाये
तो हम सबके जीवन में भी,
आशा की कोंपल खिल जाये
सानिध्य मिला मिलता ही रहे
हम यही निवेदन करते हैं
आ गये हमारे अतिथि यहाँ,
हम सब मिल स्वागत करते हैं।
बहुत सुंदर लिखा है महोदय
आपकी मंच संचालन में की गई है सहायता नव मंच संचालकों का सुंदर मार्गदर्शन कर रही है हृदय से आभार महोदय
मोनी श्री जी, मधुर सराहना के लिये आपका बहुत बहुत आभार। उड़ती बात के साथ जुड़े रहें और उड़ती बात की बेहतरी के लिये सुझाव अवश्य दें। आपका बहुत बहुत शुक्रिया।
Nice sir aapke song bhut ache hai agar our koi h swagat geet h to sir aplod karjiye ga bhut hi Sundar song h sare aapke
महिमा जी स्वागत गीतों की एक श्रृंखला उड़ती बात पर प्रकाशित है। आप पढ़ें। आप गूगल कर के भी विजिट कर सकती हैं। आप को अवश्य आनंद आयेगा। फिर भी आपकी कार्यसिद्धि नहीं हो तो मुझे सूचित करें। बहुत बहुत धन्यवाद