मंच संचालन स्क्रिप्ट- संगीत संध्या । Anchoring script-musical night

Buy Ebook

-तो चलिए दोस्तो, आपको पुनः किशोर दा की रूहानी दुनिया में ले चलते हैं और सुनवाते हैं उनका बेहतरीन नगमा जो कि फिल्म-दाग़ से है
शब्दों के जादूगर हैं-ज़नाब साहिर लुधयानवी साहिब
संगीत से सजा कर अमर किया है -श्री द्वय लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जी ने
गाना का नाम है- मेरे दिल में आज क्या है, तू कहे तो मैं बता दूँ
और इसे आपके सामने लेकर आ रहे श्री के के सिंग साब 
वाह! मुझे दिख रहा है कि आप सब मन्त्रमुग्ध हों गए थे । जी हां मित्रो यही वो स्थिति है जिसे मुग्ध हो जाना कहते हैं, खो जाना कहते हैं और यह ताकत है संगीत की जो कि यहाँ बह रहा है-बरस रहा है।

-आइये चलिए अगली प्रस्तुति में आपको एक और आवाज़ के जादूगर का गीत सुनवाते हैं वो हैं श्री मुकेश जी जिनका पूरा नाम मुकेश चंद माथुर था।
जब सारा बॉलीवुड श्री के एल सहगल जी की परिपक्व आवाज़ और गायकी के सहारे दिल की बातें को गंभीरता से ले रहा था तब मुकेश जी आये और उन्होंने अपनी मासूम निर्दोष आवाज़ से मुहब्बत के नग्मों को एक अलग मुकाम दिया ।

फिर तो मानो संगीतकारों को भी अपना हुनर दिखाने का मौका मिल गया । और तब एक से एक गीतों की ऐसी झड़ी लगी की बॉलीवुड के साथ साथ सारा ज़हान झूम उठा।

70 का दशक मुकेश साहिब का स्वर्णिम युग कहा जाता है, एक अलग ही अंदाज़ में मुकेश जी नज़र आ रहे थे। सन 1971 में एक फिल्म आई जिसके गीतों ने इतिहास बना दिया था,
फिल्म थी -आंनद
गीतकार थे : गुलज़ार साहिब ,
संगीतकार : श्री सलील चौधरी साहिब,
और गीत के बोल थे -मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने
तो आइये दोस्तो, आपको इस यादगार गीत में डुबा देने के लिए मंच पर आ रहें मुकेश की आवाज़ के जाने माने गायक जनाब फिरोज अंसारी जी।
तो लीजिये दोस्तो-मैंने तेरे लिए ही सात रंग के ….

जोरदार करतल ध्वनि मुकेश साहिब के लिये , इस गीत के शिल्पकारों के लिए और फिरोज साब के लिए जिन्होंने कमाल की गायिकी की है। 
-हमारे मुख्य अतिथि जी की तरफ से मुकेश जी के एक और गीत का अनुरोध आया है। और जिस गीत विशेष का अनुरोध है वह गीत मुकेश जी के टॉप 10 गीतों में शुमार माना जाता है।

सन 1968 में रिलीज़ फिल्म सरस्वती चंद्र बॉलीवुड की आखिरी श्वेत श्याम-ब्लैक एंड वाइट फिल्म थी जिसमे कल्याण जी आनंद जी के संगीत ने कोहराम ही मचा दिया था। इंदीवर जी ने अपनी कलम का लोहा मनवा लिया था। एक से एक गाने इस फिल्म में थे जो कि मुकेश साहिब और लता मंगेशकर जी ने गाये थे।

12 Comments

Leave a Reply