मंच संचालन स्क्रिप्ट-विद्यालय का बार्षिकोत्सव। Anchoring script- Annual Function of School

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मेरे साथियो, यह अपने विद्यालय की नाक का सवाल है, आपकी आवाज़ से तो यह मंच हिल जाना चाहिये। चलिये ऐसा करते हैं भारत माता की जयकारा लगाते हैं, देश की बात है साथियो, पूरी ताकत लगनी चाहिए , भारत माता की……, भारत माता की……..

बहुत खूब। एक बार जोरदार तालियाँ आप अपने लिए बजा सकते हैं।
2)अतिथि परिचय एवम अतिथियों को मंचासीन कराना

(जब अतिथिगण मंच तक पहुंचकर स्थान ग्रहण करें तब तक उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियां व अन्य जानकारियां भी उनके बायोडाटा की सहायता से बतायीं जा सकती हैं)

 

अवश्य पढ़ें: स्कूल/कॉलेज फेयरवेल पार्टी की एंकरिंग स्क्रिप्ट

 

एंकर फीमेल- बहुत खूब साथियो, तो आइये शुभ आरम्भ करते हैं। क्रम है हमारे गणमान्य अतिथियों को मंचासीन कराने का। मैं हमारे आज के कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि (संस्था/पद) माननीय श्री …………जी से मंचासीन होने का अनुरोध उनके गरिमा मयी व्यक्तित्व को समर्पित इन दो पंक्तियों के साथ करती हूँ कि..

 

कपड़ों को तो इत्र से सभी महका लेते हैं
आपके तो किरदार से भी खुश्बू आती है
आपके तो किरदार से भी खुश्बू आती है 

मैं अपने विद्यालय के विज्ञान के अध्यापक/प्राध्यापक गुरुवर श्री…………से अनुरोध करती हूँ कि वो हमारे विशिष्ट अतिथि को मंच तक ले के आएं।
जोरदार तालियां हमारे माननीय श्री…….के लिए।

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एंकर मेल-मैं अब एक ऐसी हस्ती को मंच पर बुलाने जा रहा हूँ जिनकी सःहृदयता के चर्चे हम बचपन से सुनते आये हैं। हमारे आज के कार्यक्रम के अध्यक्ष (संस्था/पद) माननीय श्री …………जी के ओजमयी व्यक्तित्व को इन पंक्तियों के साथ नमन करते हुये उनसे मंचासीन होने का अनुरोध करता हूँ कि…

 

दिल डूब-डूब जाता था उम्मीद जगती ना थी
हथेली पर गुलाब खिला दें यूँ हमारी हस्ती ना थी
हम कैसे शुक्रिया आभार उपकार कहें आपका
अगर आप ना आते तो यूँ सुबहा महकती ना थी

जोरदार तालियां हमारे माननीय श्री…….के लिए।

मैं अपने विद्यालय के हिंदी के अध्यापक/प्राध्यापक गुरुवर श्री…………से अनुरोध करता हूँ कि वो हमारे कार्यक्रम अध्यक्ष जी को मंच तक ले के आएं। 
एंकर फीमेल-मैं अब एक ऐसी शख्सियत को मंच पर आमंत्रित करना चाहती हूँ जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच, अपनी दूरदृष्टि और अपने करिश्माई नेतृत्व से इस समाज को अनन्य सौगातें दी हैं। मैं उनकी अज़ीम शख्सियत को नमन करते हुए पंक्तियाँ समर्पित करती हूँ कि..

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