फ्रेशर्स डे एंकरिंग शायरी – Fresher’s day anchoring shayari in hindi, फ्रेशर्स पार्टी फनी एंकरिंग शायरी
फ्रेशर्स डे एंकरिंग शायरी – उड़ती बात के सभी प्रशंसकों का स्नेहिल अभिवादन। विगत कुछ दिनों से व्यापारिक गतिविधियों में अतिव्यस्तता होने के कारण लेखन कार्य की नियमितता में व्यवधान आया है उसके लिये आप सभी पाठकों से क्षमा चाहता हूँ। प्रयास कर रहा हूँ वापिस अपनी लय पाने की। आशा है आप सबकी मोहब्बत मुझे यूँ ही मिलती रहेगी। मित्रो, नया शैक्षणिक सत्र आरंभ होने को है। कॉलेजों में नए एडमिशन हो रहे हैं। नये नये विद्यार्थी जिन्हें फ्रेशर्स कहा जाता है, colleges में दिखेंगें। ज्यादातर colleges में नए students को comfirt feel कराने के लिए, कॉलेज का कल्चर बताने के लिये एवम नये स्टूडेंट्स का वेलकम करने के लिए फ्रेशर्स डे पार्टी का इवेंट आयोजित किया जाता है। आज के इस आर्टिकल फ्रेशर्स डे एंकरिंग शायरी में इस event के लिए एंकरिंग शायरी का सुंदर संग्रह आप सब के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ।
अगर आप फ्रेशर्स डे के लिए एंकरिंग शायरी या फ्रेशर्स पार्टी एंकरिंग शायरी या फ्रेशर्स डे एंकरिंग कोट्स की तलाश में हैं तो यह पोस्ट आपके काम का है।
फ्रेशर्स डे एंकरिंग शायरी
लो उठे फ़लक की ओर कदम
हम भरने उड़ानें निकले हैं
जल उठीं मशालें हाथों में
कर वश में हवायें निकले हैं।
ये ज़िद मनमानी और ही है
ये नई जवानी और ही है
इस बार का जलवा और ही है
इस बार कहानी और ही है।
ये भी पढें – फ्रेशर्स डे एंकरिंग स्क्रिप्ट
ये भी पढें – एंकरिंग शायरी पार्ट 6
ये भी पढें – ताली शायरी पार्ट 4
ये भी पढ़ें – अतिथि स्वागत शायरी पार्ट 4
हमें सिगरेट का धुँवा ना समझो,
जो छल्ला बना लोगे
ख़ुद निठल्ले हो तो तुम,
हमें भी निठल्ला बना दोगे।
हम कोई करीना नहीं हैं कि तुम,
सैफ़ अली की तरहा
हमारी लहराती चुनर को,
साड़ी का पल्ला बना दोगे।।
आज का दिन ये फिर नहीं होगा
ये पल ये क्षण भी फिर नहीं होगा
फ्रेशर्स पार्टियाँ तो बहुत होंगीं यारो
ऐसा आलम ये फिर नहीं होगा।
पीछे छोड़ो बचपना, भूल जाओ घर द्वार
फ्रेशर्स की है पार्टी, मस्ती कर लो यार।
यह अगर जंग है तो हम मिलकर लड़ेंगें
ये अगर मोहब्बत है तो दिल से करेंगें
किक मारो सारी टेंशन को यारो
आज बस मस्ती करो बाकी बात कल करेंगें।
आसमान से ऊँची हमारी शान हो जाये
सारे ज़हान में हिन्द महान हो जाये
आओ कसम उठायें कुछ ऐसा कर जाने की
कि स्वस्थ और स्वच्छ हिन्दुतान हो जाये।
हे मात अपने नूर से, कुछ इस तरह भर दे हमें
तूफ़ान हो आँधी चले, पर रौशनी जलती रहे।
इस आर्टीकल फ्रेशर्स डे शायरी का वीडियो अवश्य देखें। और कृपया मेरे चैनल को सब्सक्राइब (Subscribed) अवश्य करें। 👇👇👇