रोमांटिक कविता-दिल की बात । Romantic Poem-Dil ki baat

रोमांटिक कविता-दिल की बात : किसी के इश्क़ में जब चैन और सुकून गायब हो जाता है, जब इज़हार करने के लिये दीवाना दिल तड़प जाता है तब, बैचेन दिल से जो सदा आती है, जब आह भी उसे पाने की दुआ हो जाती है, तो वही हर दुआ कविता बन जाती है। आज के इस आर्टिकल रोमांटिक कविता-दिल की बात में दो कवितायें प्रस्तुत हैं जिनमें से एक इज़हार की कविता है और एक तक़रार की कविता है। आशा है आपको पसंद आयेंगी।
रोमांटिक कविता-दिल की बात
ऐ दिल मुझे बख़ूबी खबर है
कि तुम क्या चाहते हो
तमाम सजदों का सिला
दुआओं में असर चाहते हो
पता है तुम मन्नतों में
नंगे पाँव चले हो
तिल-तिल पल-पल
चिरागों की तरहा जले हो
तुमने पत्थरों के भी आंगे
अपना सर झुकाया है
शिद्दत की तपिश में तड़पे हो
दिल मोम सा पिघलाया है
ताकीद है कि इस बसंत में
तुम्हें संभलना होगा
इस बार कुछ भी हो जाये
तुम्हें सब हाल कहना होगा
डरो नहीं आंगे बढ़ो
ऐसे ना घबड़ाओ
नज़र मिलाओ
उसके और करीब जाओ
अपने ख़्वाब तसव्वुर
ज़ज़्बात बेताबी
सबको साथ ले लो
नज़र से नज़र मिलाओ
हाथों में गुलाब ले लो
और कह दो उससे
ओ शहज़ादी
आज दिल की बात
कहने का त्यौहार है
मेरा ऐतबार करो
ये रहम दिल
कि मुझे तुमसे प्यार है
हाँ मुझे तुमसे प्यार है
रोमांटिक कविता – गुनाह
क्या बूंदों का बरसना गुनाह है
क्या गुलों का महकना गुनाह है
क्या शबनम आफ़ताब से ना मिले
सुबहा उगे दिन चढ़े शाम ना ढले
आसमाँ में सितारों का मेला ना हो
चांदनी रात जुगनुओं का रेला ना हो
छत की मुंडेर पर कोई तारा ना टूटे
सर्दियों में कुहासों से धूप ना रूठे
क्या मोहब्बतों की रुत ना आये
तो क्या भंवर फूलों पर ना मंडराये
क्या किसी के कोई करीब ना आये
किसी का किसी पर दिल ना आये
क्या किसी को चाहना गुनाह है
क्या सच्ची आशना गुनाह है
गर नहीं तो मुझे कबूल क्यों नहीं करते
इन पत्थरों को फूल क्यों नहीं करते
तुम मेरे आँसुओं का आज हिसाब दे दो
मेरे प्रश्नों का मुझे बाज़िब ज़बाब दे दो।
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Very nice Poems
धन्यवाद कुमार साहेब।
sir kuch love par bhi ho jaye most only love deepak bhatnagar.
दोस्त बहुत कुछ लिखा है लव पर only for दीपक भटनागर।। आप पढ़ें। बहुत बहुत शुक्रिया
Pyar ki bahut hi achi kavitayein pesh ki Hai aapne… Behad khubsurat.
रहगुज़र जो हुई उसके शहर से
मुर्दे शरीर में जान आ गयी
वक़्त के थपेड़ों से सपाट चेहरे पर
मुझको देखा तो मुस्कान आ गयी
बहुत ही सुंदर रचना है
bahut badiya sir lage rho
Thank you sir
great article bahut he mast article he bhai love you