देशभक्ति के दोहे – deshbhakti shayari in hindi, desh bhakti par shayari in hindi
देशभक्ति के दोहे – उड़ती बात के सभी प्रशंसकों को जय हिन्द। दोस्तों अगले हफ्ते ही हमारा सबसे बड़ा राष्ट्रीय त्योहार 15 अगस्त आने वाला है। पूरा देश देशभक्ति की भाषा बोलेगा। इस अवसर के लिये मैंने कुछ देशभक्ति के दोहे रचे हैं। प्रायः देशभक्ति के दोहे कम ही देखने को मिलते हैं। दोहे नुमा रचना की अपनी शाब्दिक सीमा होती है। आपको कम ही शब्दों में अपनी बात को पूर्ण करना होता है। आशा करता हूँ कि ये देशभक्ति के दोहे अथवा आप इसे देशभक्ति शायरी भी कह सकते हैं, आपको पसंद आयेंगें।
देशभक्ति के दोहे
ताली ज़रा बजाइये, आज़ादी के नाम
इसी दिवस अपना हुआ, फिर से हिंदुस्तान।
वंदनीय माँ भारती, वंदनीय यह देश
जिसकी गोद में खेलकर, हम सब बने विशेष।
नभ में यूँ लहरा उठा, धवल तिरंगा आज
जैसे सर पर पहिन लिया, भारत माँ ने ताज।
केशर की क्यारी घुली, हिमखण्डों के संग
शौर्य चक्र के मध्य में, शस्य श्यामला रंग।
शौर्य समृद्धी में घुला, अमन चैन का रंग
खिला तिरंगा देख कर, आ जाता आनंद।
ह्रदय की खिड़की खोल दो, बंद मुट्ठियाँ खोल
भारत माँ की जय कहो, वंदे मातरम बोल।
लाल किले के शिखर पर, लगे तिरंगा आज
जैसे शोभित हो रहा, दुनियाँ का सरताज।
काम करो ऐसा बड़ा, जाने सकल ज़हान
पुलकित हो माँ भारती, हर्षित हिंदुस्तान।
वक़्त गया होना नहीं, अब हमको कुर्बान
अब तो रुत है काम की, भर लो ख़ूब उड़ान।
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दिल देने की होड़ है, देश ना मांगे जान
चलो बनायें विश्व में, अव्वल हिंदुस्तान।
हरा केशरी श्वेत से, ओतप्रोत यह देश
सुखमय चिरमय हिन्द हो, गुंजित यह संदेश।
अमर शहीदों को नमन, श्रद्धामयी प्रणाम
इनके तप संघर्ष से, भारत बना महान।
आपको देशभक्ति के दोहे कैसे लगे। कमेंट करके ज़रूर बतायें।
Me apki kavita, dohe,shayri ka upyog apni anchoring me krti hoo .bhut khub, superb rchna he apki
आपका बहुत बहुत धन्यवाद। बहुत बहुत आभार शुभांगी जी।
एक बड़ा इत्तफ़ाक़ है कि मैंने आज 15 अगस्त के लिए जो मंच संचालन स्क्रिप्ट प्रकाशित की है उसकी एंकर का नाम भी शुभांगी ही रखा है। कैरेक्टर सजीव हो उठा।