लव गजल हिंदी में – उड़ती बात के सभी प्रशंसकों को कवि अमित मौलिक का सादर प्रणाम। दोस्तों, आज फिर इस नये आर्टीकल लव गजल हिंदी में के माध्यम से आप सबके समक्ष कुछ गजलें लेकर हाज़िर हूँ। मेरी लिखी इन 3 ग़ज़लों में आपको मेरी कलम का तल्ख़ मिज़ाज़ पढ़ने को मिलेगा। कोई मिसरा
ग़ज़ल-नवाज़िश नींद में चांद चल रहा होगा।। ख़्वाब कोई मचल रहा होगा। हूक़ उठती है दिल लरज़ता है कोई कहके बदल रहा होगा। वो हवाओं से बैर क्यों लेगा जो चिरागों सा जल रहा होगा। आँख नींदों से भर गया कोई ख़्वाब नैनों में मल रहा होगा। आप आये बड़ी नवाज़िश है आपका दिल पिघल
ग़ज़ल-बेशरम : मोहब्बत में रुसवाई हो जाती है, लड़ाई हो जाती है, अलहदगी तक भी हो जाती है लेकिन बेशरम दिल का क्या करें, याद उसी बेमुरब्बत को करता है जिसने दिल को दर्द दिया है। इसीलिये शायद कहा जाता है कि दिल है कि मानता नहीँ। इस आर्टिकल में प्रस्तुत ग़ज़ल-बेशरम में ऐसे ही अलहदगी