मोहब्बत का गीत – इश्क़ से तरबतर दिलों के लिये प्रस्तुत है गम और नासाज़ी से भरा आर्टिकल मोहब्बत का गीत । आशा है कि आप सबको पसंद आयेगा। मोहब्बत का गीत फिर वही ख़्वाब सपना कहानी हुई फिर वहीँ से शुरू ज़िन्दगानी हुई फिर वही बेबसी तू वहाँ मैं यहाँ मैं दीवाना हुआ तू दिवानी हुई।
कोई तो सपना टूट गया है कोई तो अपना छूट गया है हम ख़ुद से हो गए बेगाने हमसे हमारा रूठ गया है कैसी मुरादों वाली ये बोली कैसी है वादों वाली बोली शहद में लिपटी ज़हर की गोली देकर कोई लूट गया है किसको दूँ तोहमत किसको दुहाई हमको मुहब्बत रास ना आयी फुरकत
तू कहे तो गुल बनूँ मैं पंखुड़ी सा बिखर जाऊं तू कहे तो खुश्बुओं सा हवाओं में उतर जाऊं आसमां का एक टुकड़ा बनके तेरा नूर ले लूँ तू कहे तो चाँद बनकर गेसुओं मेँ नज़र आऊं अवश्य पढ़ें: ग़ज़ल ‘बेशरम’ अवश्य पढ़ें: Love song तू नज़रबंदी लगा ले धड़कनों के जमघटों पर चाँद