May 3, 2017
पाकिस्तान सेना द्वारा दो भारतीय सैनिकों को मारने और उनके सिर काटने पर आक्रोश जताती कविता। Poem against Pakistanis army barbaric act killed two Indian soldiers and mutilated Bodies
एक कटेगा बीस काटकर, दुश्मन के सिर लायेंगे हमें जिताओ है वादा हम, कड़ा सबक सिखलायेंगे। लेकिन आज नदारद सारे, तेवर भगतसिंह वाले ये कैसी तासीर पदों की, स्वाभिमान को जो मारे। निंदा निंदा और भर्त्सना, सुना सुना कर छका दिये बड़ बोले कुछ नेताओं ने, कान हमारे पका दिये। ये भी पढ़ें-