चलो नई मिसाल हो,जलो नई मशाल हो, बढो़ नया कमाल हो, झुको नही, रूको नही, बढ़े चलो, बढ़े चलो. .बढ़े चलो, बढ़े चलो..  प्रिय सदस्य गण,  एक गौरवशाली जीवन जीने के लिये मनुष्य हमेशा ही स्वाभाविक रुप से श्रेष्ठता और सम्मान को अर्जित करने का प्रयास करता है जिससे विशिष्टता का अहसास होता है और