तू कहे तो गुल बनूँ मैं पंखुड़ी सा बिखर जाऊं तू कहे तो खुश्बुओं सा हवाओं में उतर जाऊं  आसमां का एक टुकड़ा बनके तेरा नूर ले लूँ तू कहे तो चाँद बनकर गेसुओं मेँ नज़र आऊं   अवश्य पढ़ें: ग़ज़ल ‘बेशरम’ अवश्य पढ़ें: Love song   तू नज़रबंदी लगा ले धड़कनों के जमघटों पर चाँद