सुधा शची सुलोचना शशी सिया सुशोभना विष बार बार ना पियो मन मार मार ना जियो मनुहार में ना डूबना बन नीर बेग फूटना सुकुमार नार बज्र सी कड़ी रहो अड़ी रहो   सदा सम्मानीय मातृ शक्ति,    जब-जब धरा पर कोई विपत्ति आई तब-तब भारतीय नारी ने अपनी निर्णायक भूमिका से चाहे वो प्रत्यक्ष