Tag: maa par khubsurat gazal

माँ पर दो बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़लें। माँ पर दो बहुत ही शानदार ग़ज़लें। माँ पर ग़ज़ल। माँ की ग़ज़ल

माँ पर ग़ज़ल – माँ पर दो बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़लें जो आपकी आँखों मे नमीं ला देगी। मदर्स डे पर माँ को समर्पित मेरी ये दो ग़ज़लें माँ की विराट शख्सियत को दर्शाने में कितनी सक्षम हैं यह तो आपकी प्रतिक्रिया से ही पता चलेगा। आशा करता हूँ कि यह आर्टीकल माँ पर ग़ज़ल आपको

माँ पर ग़ज़ल : माँ पर ख़ूबसूरत ग़ज़लों की प्रस्तुति- Maa gazals

माँ पर ग़ज़ल – दोस्तो, आपके सामने प्रस्तुत है माँ पर दो ऐसी ग़ज़लें जिन्हें पढ़कर आप वाह किये बिना नहीं रहेंगें।  माँ पर ग़ज़ल-माँ का मुक़द्दर ज़न्नत वहीं दिखती है जहाँ घर होता है। माँ जब ख़ुश होती है तो असर होता है। माँ आँखे खोलती है तो रौशनी होती है अंधेरा रोज मेरे