अब कौन किसे रुला रहा है नादान नही हूँ सब जानता हूँ। इतना कम वक्त ऊपर से उनके झगड़े या खुदा रहम कर रहम कर रहम कर। तुमने मुझे आप कहा तो खुश हूँ बहुत इत्मीनान है तुम्हें मेरी कद्र अभी भी है। ये भी पढ़ें:- तड़पते दिल की दो मोहक ग़ज़लें चार पंक्तियों की