कोई तो नई कहानी कर दो, कोई तो अलख जलाओ आओ आओ सब मिल आओ, मिलकर नीर बचाओ। बूँद नहीँ है यह अमृत है, ऐसे नहीँ बहाओ आओ आओ सब मिल आओ, मिलकर नीर बचाओ । जैसे स्वांस बिना है दुष्कर, जी ना सका कोई ना वैसे ही आसान नहीँ है, जल बिन जीवन