क्लब या संस्था के सामूहिक दीपावली आयोजन की सूचना    नन्हे नन्हे दीप जले हैं नाची दीप शिखा, अन्धकार को दूर भगाता उनका दिव्य उजास फुलझड़ियों की थिरकन बिखरा प्यारा एक अनार  एक हो जाते गले लगाते आते अपने पास        प्रियजनों,  इस स्वर्णिम पर्व पर जब स्नेह भरे ह्रदय मिलते हैं