शहीदों पर कविता – वतन से प्रेम करने वाले सभी देशवासियों को कवि अमित मौलिक का सादर जय हिन्द। मित्रों, आप सबके समक्ष प्रस्तुत है आर्टीकल शहीदों पर कविता । दोस्तों, आज से ठीक 2 बर्ष पहले गुलाम कश्मीर में, भारतीय सेना द्वारा अभूतपूर्व सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। हमारे वीर सैनिकों ने आतंकी ठिकानों
महाराणा प्रताप पर कविता इन हिंदी – उड़ती बात के सभी सुधि पाठकों को अमित मौलिक का सादर अभिवादन। मित्रो, अद्वितीय शौर्य और बेमिसाल साहस के स्तंभ महाराणा प्रताप की सच्ची कहानियाँ भारतीयों को आकर्षित करती रहीं हैं। आज का आर्टीकल महाराणा प्रताप पर कविता इन हिंदी के द्वारा मैंने उनके अतुलित शौर्य को अपनी
मतदाता जागरूकता पर हिंदी कविता – देश में चुनावी माहौल है और मतदाता के काँधों पर सही उम्मीदवारों को चुनने की महती ज़िम्मेदारी होती है जिससे एक सही सरकार का गठन किया जा सके। प्रस्तुत है मतदाता जागरूकता पर हिंदी कविता पढें और मतदाता के रूप में जागरूक हों और अन्यों को जागरूक करें। मतदाता जागरूकता
जलियाँवाला बाग हत्याकांड – परतंत्र भारत में फिरंगियों के काले और बर्बर ज़ुल्मों का सबसे काला पन्ना अगर कोई है तो वो है जलियाँवाला बाग हत्याकांड । इस हत्याकांड में शहीद देशबासियों को इस कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। जलियाँवाला बाग हत्याकांड पर हिंदी कविता इन इतर कयासों को छोड़ो, मैं खूंरेजी का
रानी लक्ष्मीबाई पर कविता – भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में वैसे तो लाखों देश भक्त हँसते-हँसते देश पर कुर्बान हो गये लेकिन चंद देशभक्त ऐसे हैं जिनकी अद्वितीय वीरता, बलिदान और योगदान आज भी बच्चे बच्चे की ज़ुबान पर हैं। इस आर्टिकल रानी लक्ष्मी बाई पर कविता के द्वारा आज हम ऐसी ही एक वीरांगना जिनका नाम रानी लक्ष्मीबाई
एक कटेगा बीस काटकर, दुश्मन के सिर लायेंगे हमें जिताओ है वादा हम, कड़ा सबक सिखलायेंगे। लेकिन आज नदारद सारे, तेवर भगतसिंह वाले ये कैसी तासीर पदों की, स्वाभिमान को जो मारे। निंदा निंदा और भर्त्सना, सुना सुना कर छका दिये बड़ बोले कुछ नेताओं ने, कान हमारे पका दिये। ये भी पढ़ें-
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई पर कविता – तो आपने पहले भी पढ़ी होगी, कई रचनाकारों की कवितायें पढ़ीं होंगी लेकिन यह कविता झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई पर कविता महज़ एक कविता नहीं हैं उनका पूरा जीवन वृतांत है, उनकी लौहमर्षक महागाथा है। अगर आप यह झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई पर कविता पूरी पढ़ लेंगें तो मेरा दावा है कि आपकी