क्रम 1- Intro-entry-भूमिका एंकर मेल-   दृढ़ता हो लौह पुरुष जैसी, कुछ भगत सिंह सी मस्ती हो नेताजी जैसा ओज मिले, आज़ाद के जैसी हस्ती हो। उधम का उधम दिल बिस्मिल, मंगल पांडे का ताव मिले हे ईश्वर जन्म दुबारा दो तो, भारत माँ की छांव मिले।।   स्वतंत्रता दिवस की इस पावन बेला