स्वागत गीत पार्ट 5 – उड़ती बात के सभी चाहने वालों को सादर अभिवादन। अतिथि स्वागत की श्रृंखला में काफ़ी दिनों पश्चात 2 मधुर स्वागत गीत पार्ट 5 आपके सबके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ। आशा करता हूँ कि सदा की तरह आपका सबका स्नेह और प्रतिसाद मिलेगा। इस स्वागत गीत को मैंने अपनी आवाज़ में
स्वागत गीत – हमारी सांस्कृतिक परंपरा है कि हम कोई भी मंचीय कार्यक्रम किसी विशिष्ट या चर्चित हस्ती की अध्यक्षता और सानिध्य में संपन्न करते हैं। कार्यक्रम को भव्यता और गरिमा प्रदान करने के लिये यह एक अपरिहार्य नियम है। इस तरह की स्थिति में आमंत्रित अतिथियों का अभिनंदन एवम सम्मान करने के लिये स्वागत
है मंच सार्थक है मंच उपकृत, श्रीमान जी जो यहाँ पधारे। हम आज गर्वित ह्रदय हैं हर्षित, अहोभाग्य हैं बड़े हमारे।। ये जन मनोहर छवि तुम्हारी, कि जैसे सूरज गगन पर चमके। यूँ मन सुकोमल जहाँ की सारी, मृदुलता वाणी से जैसे छलके। कि क्या दें परिचय बड़ा है अतिशय, नमन को आतुर नयन हमारे।।