कहानी अपने लोग – लॉकडाउन की एक दर्दनाक तस्वीर। सभी पाठकों को रिंकी जैन का सादर नमस्कार। आज लॉक डाउन को एक महीना हो गया। कोरोना के चलते घरों में फंसे करोड़ों कामगारों की स्थिति चिंतनीय है। यह कहानी एक ऐसे सजातीय परिवार की है जो जैसे तैसे इस विपत्ति के काल मे अपना सम्मान बचा
कहानी लॉक डाउन – लॉक डाउन में एक घर की कहानी ऐसी भी। कोरोना के कारण हुये लॉक डाउन में हम सबको तकलीफ़ तो हुई लेकिन इसके अनुभव हर किसी के कुछ अलग ही रहे। आइये पढ़ते हैं एक कहानी ऐसे ही एक अनुभव की.. कहानी लॉक डाउन नीरज अपने वॉट्सऐप पर कोरोना वायरस से
कहानी सच्चा प्यार – सभी पाठकों को यथायोग्य अभिवादन। मैं रिंकी जैन एक कहानी आप सबके सामने प्रस्तुत कर रही हूँ। आप सभी का स्नेह मिले.. कहानी सच्चा प्यार ‘डॉक्टर नीरव आप मेरे केबिन में क्या कर रहे हैं?’ डॉक्टर गौरी ने कोध्र से धधकती लाल आँखों से देख कर कहा। ‘मैंने आप को कईओं
Kahani Bhram – कहानी भ्रम, एक ऐसी कहानी जो सोचने पर मज़बूर कर देगी। नमस्कार पाठको। आपके समक्ष पुनः एक कहानी लेकर उपस्थित हूँ। यह कहानी संस्कारों और मानवीय संवेदना के झंझावातों की एक ऐसी तस्वीर आपके सामने प्रस्तुत करेगी कि ना चाहते हुये भी आप मेरे विचारों से सहमत होने को विवश हो जायेंगे।
।। कहानी सबसे बड़ी भूल ।। सरस ने एक महिला को बद-हवास सी हालत में रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म पर देखा। हाथ में एक बैग था शायद ट्रेन के आने का इंतज़ार कर रही है। सरस भोपाल में पुलिस इंस्पेक्टर की डयूटी पर तैनात था और ग्वालियर से कुछ दिनों की छुटिटयां बिताकर वापिस आ
।। पासवर्ड ।। एक ऐसी कहानी जो सावधान करती है। शौर्या आज फिर उदास हो कर कहती है ‘मम्मा-पापा, आज आप दोनों ने अपना प्रॉमिस फिर से तोड़ दिया। आप लोगों ने कहा था कि वीकेंड पर हम सब मूवी देखने जाएंगे, फिर वहीं से शॉपिंग पर चलेंगे, और डिनर भी करेंगे, आज पूरा दिन