May 30, 2017
चार पँक्तियों की लव शायरी । चार पंक्तियों में मोहब्बत की शायरी । चार पँक्तियों की इश्क शायरी । चार पंक्तियों में दिल की बात
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कभी मैं होश खो बैठूँ, कभी बेहोश तुम हो लो सदा तेरा रहा हूँ मैं, कभी तुम भी मेरी हो लो। समंदर सा मचलता हूँ, उफनती सी नदी बन कर कभी आगोश में आओ, कभी आगोश में ले लो। खुशी दे जाऊँगा तुझको, तेरे हर गम को सह लूँगा इशारे में तेरी पलकों की, कोरों