कभी मैं होश खो बैठूँ, कभी बेहोश तुम हो लो सदा तेरा रहा हूँ मैं, कभी तुम भी मेरी हो लो। समंदर सा मचलता हूँ, उफनती सी नदी बन कर कभी आगोश में आओ, कभी आगोश में ले लो। खुशी दे जाऊँगा तुझको, तेरे हर गम को सह लूँगा इशारे में तेरी पलकों की, कोरों