Romantic Love Gazals – Best Romantic gazals in hindi लव ग़ज़ल तकरार ग़ज़ल रोमांस की ग़ज़ल
Love Gazals – पढ़िये मोहब्ब्त के खट्टे मीठे रंगों की दो ग़ज़लें। हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतज़ार रहेगा-
रोमांटिक ग़ज़ल-इंतज़ाम
वक़्त लगेगा आसमान से जायेगा
महज़ धुँवा है ये भी काम से जायेगा।
नुस्ख़ा मुस्खा दवा दुआ करते रहना
दर्द पुराना है आराम से जायेगा।
ज्यादा की उम्मीद पालकर मत चलना
वरना ये भी इंतज़ाम से जायेगा।
शौक़ चढ़ा है उसको मेरी सोहबत का
भला आदमी है ईमान से जायेगा।
खुशफ़हमी में उलझ गया है हमसे वो
हाँथ लगा जिस रोज़ जान से जायेगा।
पीते रहना मगर नशे में मत दिखना
आँखों वाले मुफ़्त जाम से जायेगा।
ख़ंजर से झुक जाये कलन्दर मुश्किल है
ख़ास आदमी तो एहसान से जायेगा।
चाल ढाल सब उसकी बदली बदली है
तख़्त ताज कद सब गुमान से जायेगा।
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◆3 मोहक ग़ज़लों की शानदार प्रस्तुति
Romaantik Gazal-intazaam
Waqt lagega aasmaan se jaayega
mahaz dhunwa hai ye bhi kaam se jaayega.
nuskha muskha dava dua karte rahna
dard puraana hai aaraam se jaayega.
Jyada kee umeed paalkar mat chalna
varna ye bhee intajaam se jaayega.
shauqe chadha hai usko meri sohbat ka
bhala aadmi hai imaan se jaayega.
khush fahami me ulajh gaya hai hamse vo
haanth laga jis roz jaan se jaayega.
peete rahna magar nashe me mat dikhna
aankhon vaale muft jaam se jaayega.
khanjar se jhuk jaaye kalandar mushkil hai
khaas aadami to ehsaan se jaayega.
chaal dhaal sab uski badli badli hai
takht taaj kad sab gumaan se jaayega
रोमांटिक ग़ज़ल-सलाम
चिराग ऐसे जले कितने इंतज़ाम आये
सुलह को रोज़ हवाओं के सलाम आये।
तुम्हीं हो आज़िज़ तुम्हें गम है मेरे होने का
हमें तो ख़ूब तसल्ली है तेरे काम आये।
वो बच निकलते हैं मेरा ज़िक्र जब भी आता है
मैं चाहता हूँ साथ उनके मेरा नाम आये।
तुम्हारे ख़्वाब मुकम्मल हों आसमां छू लो
ज़हद तुम्हारी मुख़्तसर हो कुछ क़याम आये।
इलाज़ ए इश्क़ नहीं दिल का मानता ही नहीं
यही अहद है कभी तेरा कुछ पयाम आये।
यही है एक तमन्ना सुकून-ए-दिल के लिये
हमारे घर में कभी चाँद लिये शाम आये।
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Romaantik Gazal-Salaam
chiraag aise jale
kitne intzaam aaye
sulah ko roz havaon ke
salaam aaye.
tumhi ho aaziz tumhe gam hai
mere hone ka
hame to khoob tasalee hai
tere kaam aaye.
vo bach niklate hain mera zikr
jab bhi aata hai
mai chaahta hoon saath unke
mera naam aaye.
tumhaara khwaab mukammal ho
aasamaa chhoo lo
zahad tumhari mukhtsar ho
kuchh qaayam aaye.
ilaaz-e-ishq nahi dil ka
maanta hi nahi
yahi ahad hai kabhi tera
kuchh payaam aaye.
yahi hai ek tamanna
sukoon-e-dil ke liye
hamaare ghar me kabhi
chaand liye shaam aaye.
वाह
बहुत बहुत आभार सर। बहुत बहुत शुक्रिया आपका
वाह्ह्हह…।।।।।दोनों ही गज़ल बहुत शानदार है अमित जी…..????हर शेर अलहदा।
बहुत बहुत आभार धन्यवाद श्वेता जी। ऐसे ही प्रोत्साहित करते रहें।
बहुत लाजवाब गजलें हैं …
हर शेर दमदार … जिंदाबाद …
आपका विनम्र आभार विनम्र धन्यवाद कविवर नासवा जी। आपकी सराहना से उत्साह में अभिवृद्धि हुई। ऊर्जा मिली।
Super nice gajal
बहुत बहुत शुक्रिया मित्रवर।
वाह। जी वाह। कया खुब लिखा है आपने दिल कि गहराईयो से नमसते जी
अतुल्य धन्यवाद आदरणीय मोहन जी। बहुत बहुत आभार आपका।
Super… keep it up
Thanks for your precious complement.. please visit again
Amazing,, I love poetry,, and I m also little writer,, आपकी गजल से मूज़े प्रोत्साहन मिला,, शुक्रिया
Super