स्वतंत्रता दिवस पर भाषण स्क्रिप्ट। स्वतंत्रता दिवस के आयोजन पर मुख्य अतिथि/कार्यक्रम अध्यक्ष का भाषण । 15 अगस्त पर भाषण स्क्रिप्ट । मुख्य अतिथि का भाषण। कार्यक्रम अध्यक्ष का भाषण ड्राफ्ट

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क्या हो गया हमारी संवेदन शीलता को। क्या हो गया हमारी समझ को। हम क्या सिखाने वाले हैं अपनी आने वाली पीढ़ी को? सरकार ने ये नही किया। सरकार ने वो नहीं किया। हमें आरक्षण नही मिला?

मित्रों, आज़ादी बड़ी ही अमूल्य है। देश की सम्प्रुभता, अखंडता और निज़ता को बनाये रखने के लिये हमारे वीर शहीदों ने अपने जीवन को न्योछावर कर दिया। हमारी पीढ़ी ने आज़ादी की कोई कीमत नही चुकाई है इसलिये हम इसका महत्व नही समझ रहे। हमको अपना नज़रिया बड़ा रखना होगा। हमें देश को आंगे ले जाने के बारे में सोचना होगा। देश को संगठित हो कर मज़बूत बनाना होगा। हमें चंद स्वार्थपरक लोगों के बौद्धिक आतंकवाद को समझना होगा। नहीं तो हम ऐसी ही छोटी छोटी चीजों के चक्कर मे फंस कर ख़ुद तो गर्त में गिरेंगें ही, देश को भी गर्त में धकेलेंगें।

योग्यता, विद्वता और काबिलियत से देश को आंगे बढ़ाने में योगदान दें तभी हम अपने देश को विश्व गुरु का दर्जा दिला पायेंगे। तभी हम स्वच्छदन्ता से आज़ाद देश मे सांसे ले पायेंगे। हमारी एकता और हमारे ह्रदय की विशालता ही हमारी ताकत है। आप सबको पुनः स्वंतंत्रता दिवस की ढेरों बधाइयाँ एवम शुभेक्षायें प्रेषित करता हूँ और अंत में महान शायर इक़बाल जी का एक शेर कहके अपनी बात समाप्त करता हूँ कि..

 

कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहाँ हमारा।।

जय हिंद। वंदे मातरम

 

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