मंच संचालन करने के 10 महत्वपूर्ण नियम। Manch Sanchalan karne ke 10 mahatwapurn niyam
कई बार अतिथिगण निर्धारित समय से अतिरिक्त वक्त अपने वक्तव्य में ले लेते हैं, जिस कारण कार्यक्रम के पूरे क्रम गड़बड़ा जाते हैं। यहाँ संचालक की जबाबदेही बनती है कि अगर ऐसी अवांछनीय स्थिति निर्मित हो तो वक्ता को इशारे में बता दिया जाए या वक्ता के निकट खड़े हो जायें और अपनी भाव भंगिमा सूक्ष्म रूप से ऐसी बना लें कि वक्ता को स्पष्टतया समझ में आ जाये की उनका समय समाप्त हो गया है और उनको अपना वक्तव्य यथाशीघ्र समाप्त कर लेना चाहिए।
6 –अपनी स्क्रिप्ट को प्रस्तुति के विषयानुसार रोचक बनायें:-
मंच के स्वभाव, कार्यक्रम के उद्देश्य और श्रोताओं की पृष्ठभूमि के अनुसार प्रस्तुतियों के पहले एवम बाद में रोचक पंक्तियाँ, शायरी, छोटे छोटे मगर प्रासंगिक चुटकुले आदि से स्क्रिप्ट को सजायें और अनुकुलता होने पर, समय मिलने पर एवम आपकी मंच पर पकड़ जाने पर उनका प्रयोग करें।
अनुकुलता से मेरा तात्पर्य सभी चीज़ें जैसे दो प्रस्तुतियों के बीच में कितना समय मिलेगा, कार्यक्रम विलम्ब से ना आरम्भ हुआ हो, तकनीकी चीज़ें सही हो (माइक, साउंड, लाइट), दर्शकों से आशा अनुरूप प्रतिसाद मिल रहा हो अन्यथा अपने स्वबोध एवम तत्काल बुद्धि का उपयोग करते हुऐ चुनिंदा चीज़ों का ही प्रयोग करें।
7-अभ्यास अवश्य करें:-
अगर आप प्रथम बार संचालन करने जा रहे हैं तो मेरा स्पष्ट सुझाव है कि आप अपने कुछ परिचितों या घर वालों के सामने अभ्यास अवश्य करें। यह आपको 100% विश्वाश से भर देगा। कई बार ऐसा भी होता है कि जो हमने स्क्रिप्ट में बोलने का plan किया है, उसको एक फ्लो में बोलने में कुछ दिक्कत सी महसूस हो रही है या हम कहीं पर असहज हो रहे हैं तो उस हिस्से को संशोधित किया जा सकता है। साथ ही आपको निष्पक्ष प्रतिक्रिया भी तुरंत मिल जायेगी कि आप कैसा कर रहे हैं।
जब भी अभ्यास करें, प्रयास करें कि एक मंच जैसा वातावरण हो। आप एक थोड़े से ऊँचे स्थान का चयन जैसे बेड या सोफा या अन्य कोई जगह पर खड़े होकर प्रस्तुति दें और आपके सामने कुछ लोग कुर्सियों पर बैठकर आपको गंभीरता से सुन रहे हों। इसमें एक बात का अवश्य ध्यान रखना है कि जब आप प्रस्तुती दे रहे हों तो भले ही आप से गलतियां हो रही हों, ना तो आप रुकें और ना ही आपके परिचित आप को रोकें-टोकें वल्कि प्रयास ये करें कि आप स्थिति को ऐसे संभालें जैसे दर्शकों को पता ही ना चला हो।
एक और महत्वपूर्ण अभ्यास ‘शुरुआत कैसे करें ‘ इस पर थोड़ा ज्यादा जोर दें। क्योंकि शुरू के 15 मिनिट्स ही महत्वपूर्ण होते हैं। इसको ice braking करना बोलते हैं। अच्छे-अच्छों को शुरुआत में घबराहट हो जाती है। यह चरण आसानी से हो जाता है तो पूरा संचालन बेहतर होता चला जाता है। आप विश्वाश से भर जाते हैं।
8 –कार्यक्रम का उपलक्ष्य एवम उद्देश्य के अनुसार संचालन-
किसी कार्यक्रम के संचालन से पहले कुछ बातेँ जान लेना आवश्यक है जैसे
कार्यक्रम किस प्रकार का है। प्रत्येक कार्यक्रम की भाव भंगिमा (body language) अलग-अलग होगी। जैसे कि अगर एक कॉलेज के वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम है तो आपको थोड़ा लड़कपन और थोड़ी मस्ती का रंग अपनाना पड़ेगा। अगर किसी प्रतियोगिता का संचालन है तो थोड़ी गंभीरता अपनानी पड़ेगी।
इसी प्रकार अगर किसी कवि सम्मेलन का संचालन है तो आपको थोड़ा शायराना और थोड़ा हास्य का पुट अपनाना पड़ेगा। किसी खेल-कूद के संचालन में किसी खिलाड़ी की तरह चलायमान रहना पड़ेगा और अगर किसी सांस्कृतिक या सांगीतिक कार्यक्रम का संचालन है तो आपको एक ऊर्जामयी कलाकार की तरह नज़र आना पड़ेगा।
साथ ही अन्य बातें जैसे आपके श्रोतागण किस पृष्ठभूमि के हैं, उनका आनुपातिक शैक्षणिक स्तर क्या रहेगा, अतिथिगण किस स्तर के हैं उसी अनुसार आपको अपनी स्क्रिप्ट की सामग्री एवम स्क्रिप्ट की भाषा आदि का प्रयोग करना पड़ेगा।
आप कम प्रबुद्ध तृतीय वर्ग के श्रोताओं को हरिवंश राय बच्चन या शेक्सपियर की रचनायें नहीं परोस सकते। या उच्च वर्ग के लोगों को कम स्तरीय शायरी या पंच नहीं सुना सकते। मंच के मिज़ाज़ को भांपना और उसी अनुसार संचालन करना एक अच्छे एंकर की सबसे प्राथमिक विशेषता है।
9 –कुछ शायरी, पंक्तियाँ एवं छोटे प्रसंग याद कर लें:-
मेरा व्यक्तिगत अनुभव है कि सदा ही वैसा नहीं होता जो हमने सोचा होता है।
ज्यादातर कार्यक्रमों में सुनियोजित स्थिति गड़बड़ा जाती है। कोई तकनीकी समस्या हो गई जैसे लाइट की व्यवस्था बाधित हो गयी या कार्यक्रम एक घंटे विलम्ब से आरम्भ हुआ (शाम 8 बजे का कार्यक्रम 9 बजे शुरू हुआ) अगर महिलाओं पुरुषों का सम्मिलित जन समूह है तो आपको समापन 12 बजे तक ही करना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में आपके पास समय कम है तो आपको चतुराई से समय चुराकर प्रभावी पंचेज़ लगाने पड़ेंगे।
कभी कभी मुख्य अतिथि या कार्यक्रम अध्यक्ष समय से नहीं आ पाते हैं तो जब उनका कार्यक्रम के मध्य में आना होता है तो कार्यक्रम की दिशा तुरंत बदलकर स्वागत क्रम, उनके भाषण क्रम आदि पुनः व्यवस्थित करने पड़ते हैं। या फिर कोई अनपेक्षित अतिथि कार्यक्रम में पधार जाते हैं तो उनके लिए कुछ औपचारिकताएं करनी पड़ जाती हैं ऐसे समय में स्क्रिप्ट अनुसार नहीं चला जाता बल्कि तात्कालिक बुद्धि का प्रयोग करके समयानुकूल सञ्चालन करना पड़ता है।
मेरा कहने का तात्पर्य है इस प्रकार की कई अनपेक्षित स्थितियों का निर्माण अक्सर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हो जाता है कि आपको अपनी तात्कालिक बुद्धि से और चतुराई से उस क्रम या चुनौती को संभालना होता है। यहीं से आपकी सहज यात्रा-कुशल यात्रा आरम्भ होती है। यंही से आपका सकारात्मक प्रभाव श्रोताओं और आयोजकों पर पड़ता है। अगर आपको कई पंक्तियाँ, शायरी, प्रसंग और संदर्भित पंचेज़ याद रहते हैं तो आपकी जीत निश्चित है।
10 –आंकड़ो और रोचक प्रसंगों का उपयोग करें-
यह आपने कर लिया तो सोने पे सुहागा वाली बात हो जायेगी। चीज़ों पर नज़र रखें जैसे आप गोरखपुर में सञ्चालन कर रहे हैं तो आप कह सकते हैं ‘मेरी स्वयं की अनुभूति की बात करूँ तो आज के इस मंच से एक नूर एक ओज का प्रवाह हो रहा है और क्यों ना हो आखिर गोरखपुर की 18 लाख 22 हज़ार 432 जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करने वाला विद्वत एवम प्रबुद्ध जन समूह आज इस प्रेक्षाग्रह में मौजूद है, एक बार आप सब अपने लिए ज़ोरदार तालियाँ बजा सकते हैं।’
रोचक प्रसंग जैसे आज का दिन इसलिए भी बहुत ही ख़ास है क्योंकि आज के दिन हमारी संस्था के अध्यक्ष या मुख्य अतिथि या कार्यक्रम के अध्यक्ष का जन्मदिन या शादी की वर्षगाँठ है। या फिर आज ही के दिन हमारे रणबांकुरे अमर शहीद भगतसिंह राजगुरु आदि ने हँसते-हँसते देश पर अपनी जान न्योछावर कर दी थी हम ऐसे अमर शहीदों को कोटि-कोटि नमन करते हैं।
या सचमुच बच्चों की इस प्रस्तुति ने चेहरे को मुस्कराहट से भर दिया है, जीवन में सदा ही मुस्कराते रहना चाहिए क्योंकि मुस्कराने में हमारे चेहरे की 14 मांसपेशियों का उपयोग होता है और क्रोध करने में 72 मासपेशियों का उपयोग होता है। इस प्रकार के कई आंकड़ों का स्थिति अनुसार प्रयोग करने से मंच पर आपका बहुत प्रभाव पड़ेगा।
‘मैंने ऐसा गधा कभी नहीं देखा जो इंसान की तरह बातें करता हो, लेकिन ऐसे अनेक मनुष्य देखे हैं जो गधों की तरह बातें करते हैं।’
-Henrick heni
यह गलतियां बिलकुल ना करें..
-लोकल भाषा का प्रयोग बिलकुल ना करें और अपने आदत में आये जुमले जैसे अरे यार, अबे, काय, अरे चुप रहो, थोड़ा शांत भी तो बैठो या अन्य का प्रयोग भूलकर भी ना करें।
-कभी भी ना कहें कि आप पहली बार संचालन कर रहे हैं या आपको तैयारी का अवसर नहीं मिला या गलतियां हो जायें तो क्षमा करें या मुझ जैसे आदमी को आज यह बड़ा अवसर मिला, मैं तो इस लायक खुद को मानता ही नहीं।
-किसी भी दोस्त परिचित को उसके लोकल नामों से या उपनामों से ना पुकारें सदा औपचारिक रहें और औपचारिक भाषा का उपयोग करें नहीं तो आपकी भी हूटिंग हो सकती है।
-याद रखें कि आप अगर क़ुछ भूल गये हैं तो हड़बड़ायें नहीं तुरंत ही कोई दूसरा पंच या बात कह सकते हैं। आपने स्क्रिप्ट में कितना कुछ भी लिखा हो उससे किसी को कोई मतलब नहीं। आपने जो कहा वही परिपूर्ण है उसी को लोग आपकी प्रस्तुती मानते हैं।
-किसी भी अन्य स्थापित संचालक की नक़ल करने का प्रयास ना करें । सबकी अपनी-अपनी शैली होती है जो की तासीर से आती है-मिज़ाज़ और व्यक्तित्व से आती है जो कि श्रोताओं के लिए एक शैली रूप में परिवर्तित हो जाती है।
-स्टेज के सिद्धांत के अनुसार ही अतिथियों को मंच पर आमंत्रित करें । कम महत्व के अतिथि को सबसे पहले और सबसे ज्यादा महत्व के अतिथि को सबसे बाद में मंचासीन करायें जिससे सबसे महत्वपूर्ण अतिथि को अन्य कम महत्वपूर्ण लोगों का इंतज़ार ना करना पड़े।
-अपने हुनर को ना छिपायें, अगर आप गाते हैं तो गायें अगर आप नाचते हैं तो थोड़े बहुत ठुमके अवश्य लगाएं अगर आप कवि हैं तो एक दो कवितायें अवश्य सुनाएँ अगर आप मिमिक्री करते हैं तो बीच-बीच में पंच अवश्य लगायें। यही आपको अन्य से अलग करेगी। आपकी शैली बनेगी।
अगर इस बाबत कोई प्रतिक्रिया, सुझाव या जिज्ञासा हो तो अवश्य सूचित करें।
सर मैं कल रात्रि को धार्मिक स्थल पर पहली बार कार्यक्रम कि व्यवस्था सम्भालना चाहता हूँ । वहाँ साधु – सन्त व सभी भक्तप्रेमी सज्जन आयेगे वहाँ पर कलाकारों द्वारा भजनो की प्रस्तुति दी जायेगी … वहां मन्च सन्सालन के लिए मुझे कुछ सलाह दीजिये ?
आप मेरी मंच संचालन स्क्रिप्ट देखिये । साथ ही संगीत संध्या की मंच संचालन स्क्रिप्ट, अन्य संचालन सामग्री एवम ईश आराधना श्रेणी में भी कुछ सामग्री देख सकते हैं।
बहुत धन्यवाद उड़ती बात पर visit करने के लिये।
Behtrin script hoti h apki.
बहुत बहुत धन्यवाद आभार आपका आदरणीया सुनीता जी
Behtrin script hoti h apki.
बहुत बहुत शुक्रिया आभार आपका आदरणीया
sri me kal school me kal varshikotsav me manch sanchalan kar rha hu jo yah mere liye pahlibar h ase me kya kru
विक्रम जी सब ठीक होगा। बिलकुल चिंता ना करें। स्क्रिप्ट का प्रिंट अपने साथ रखें, अगर पोडियम उपलब्ध है तो मेरी सलाह है शुरुआत के कुछ मिनिट्स आप स्क्रिप्ट पढ़कर भी आरंभ कर सकते हो।
इससे आप को जो Ice breaking time है उससे उबरने में आसानी होगी। महज़ 5 मिनिट्स के शुरूआती क्षण ही कठिन लगते हैं, बाकी सब आसान हो जाता है।
इस post के sugeestive tips ज़रूर follow करें। Best wishesh.
Musical Orchestra anchoring ki script please uplabadha kare
अजय जी आप संगीत संध्या की मंच संचालन स्क्रिप्ट पोस्ट पढें।
Thankyou
स्वागत है आपका भुवन जी। धन्यवाद
Amit ji Namaste,
aapka lekh, aapki jankari, mujhe aisa mahsus karwati h jaisa,aap khud mujhse bat karke mujhe sujhav de rahe ho..
Main ek farewell program me anchoring karne vala hoon.. aapke lekh NE meri bahut madad ki h.
DHAnYVAD..,
koi or sujhav ho to mujhe bataye 2 Dino ke bhahar….
बहुत धन्यबाद वीरेंद्र जी। आपकी सराहना से ऊर्जा मिली। निश्चित ही आप एक सफल एंकर होंगें। बहुत बहुत आभार
Thank you sir
For your advice.
very goood
शुक्रिया।।
Best of luck
सर प्रणाम ,मुझे एक साथ दो शिक्षको की विदाई कार्यक्रम का संचालन करना है। स्वंयम को असहज महसूस कर रहा हूँ। विदाई कार्यक्रम की स्क्रिप्ट हो तो मुझे मेरे नम्बर पर भेजने की कृपा करें।आपके द्वारा दी गई स्क्रिप्ट से बहुत प्रभावित हूँ।आप ने बहुत अच्छा लिखा है।आपके पास आपके द्वारा किये गए संचालन के वीडियो हो तो कृपया वे भी भेजे उनसे नई ऊर्जा मिलेंगी।
धन्यवाद
प्रकाश पाटिल
अध्यापक बुरहानपुर
9685827409
पाटिल साब बहुत बहुत आभार। जी वीडियो अभी तो उपलब्ध नही। भविष्य में इस विषय मे कुछ करूँगा। जी विदाई स्क्रिप्ट तो है लेकिन शिक्षकों की नही है। क्षमा करें अति व्यस्तता की वजह से आपका आग्रह पूर्ण नही कर सका।
Thank you so much sir ,munch sanchalan ke bare me khubsoort margdarshan ke liye,in sabhi rules padne ke baad confidence feel hua ,lots of thanks sir .if a book have been written by you on this topic ,so please tell me the name of that book in reply .seriously ,again thanks a lot to giving this guidance.
जी ज़रूर मोनिका जी। आप जैसे कद्रदानों की शुभकामनाएं रहीं तो अवश्य प्रकाशित होगी। आपका बहुत आभार धन्यवाद। और क्या अपेक्षायें हैं उड़ती बात से अवश्य बतायें।
Ty….so much sir.
Me bhi 14 sep ko phli baar manch sanchalan karne jaa raha hu.
Aapka anusaran hi mera confident h. Is side s mujhe bhut aatm vishwas mila h.
धन्यवाद आभार विवेक जी। आपकी सराहना से मुझे विश्वाश मिला। शुभकामनायें आपके कार्यक्रम के लिये। आप ज़रूर कीर्तिमान बनायेंगे।
Me manch sanchalan karna Chatham hu
खूब करिये। नियम आपने पढ़ लिये होंगे। बस माइक थाम लीजिये। हो गया। धीरे धीरे प्रवीण हो जायेंगे।
धन्यवाद सर!
मैं एक सप्ताह बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का सञ्चालन करने जा रहा हूँ। आपने जो बाते बताई वो मेरे लिए काफी उपयोगी हैं मैं इसका जरूर अनुकरण करूँगा।
मुझे सञ्चालन में सिर्फ प्रारम्भ के 5 मिनट ही दिक्कत होती है की मैं अपनी बात को किस बिंदु से प्रारम्भ करूँ।
यदि आप प्रारम्भ के वो 5 मिनट में कैसे और किस पॉइंट से बात प्रारम्भ करना है, इस बारे में कुछ जानकारी दे देते तो आभारी रहता।
अभिषेक जी कार्यक्रम का विषय क्या है ये जानना जरूरी। मेरी बहुत सारी स्क्रिप्ट उड़ती बात पर पोस्टेड हैं आप उनको पढ़कर किसी भी एक स्क्रिप्ट की शुरुआत चुन सकते हैं। निश्चित रूप से आपको पूर्ण सहायता मिलेगी।
आदरणीय अमित जी,
बहुत बहुत शुक्रिया।
बहुत ही शानदार प्रयास हैं आपका।
सच बताऊंगा,मुझे इस साइट के रूप में बम्पर खजाना मिल गया हैं।
मैं स्वयं भी संचालन करता हूँ,लेकिन ज्यादातर तात्कालिक ही होते हैं,और शब्द चयन हाथो हाथ ही करना होता हैं।
आपकी इस साइट के एक एक लिंक को खोल कर आह्लादित हो रहा हूँ।
धन्यवाद हेतु शब्द ही नही हैं।
सूरज पारीक
सूरज जी आपका अतुल्य आभार। कृपया ऐसे ही मार्गदर्शन करते रहें।
जी सूरज जी। सुधिजन मिलना लेखक का सौभाग्य होता है। सुझाव अवश्य दीजियेगा। बहुत बहुत आभार। जुड़े रहिये
Dear Sir ,
very use full note found for manch sanchalan .
आपका बहुत बहुत आभार धन्यवाद महोदय। जय जिनेन्द्र
नमस्कार
मैं परसों 22/10/2017 को एक सामाजिक समारोह के दीपावली स्नेह मिलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में मंच संचालन करने जा रहा हूँ
मुझे इस हेतु कूछ सलाह दें सर
बहुत आभार धन्यवाद मित्र। मैं थोड़ा अस्वस्थ हूँ। देर से आ पाया। क्षमा करें
Sir, meko parso 22 Nov.ko apne college ke yatayat jagrukta function me manch sanchalan karna hh..
Plz.sir guide me to my best performance..
हिमांशु जी मंच संचालन के in all Solution के लिये मैंने ebook लिखी है ‘एंकरिंग का सुपरस्टार’ अगर आप अपने असाइनमेंट को लेकर गम्भीर हैं तो
यह पुस्तक अवश्य खरीदें। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आपको कभी किसी से सहायता लेने की आवश्यकता नही पड़ेगी। धन्यवाद। इसकी लिंक नीचे दे रहा हूँ-
https://www.amazon.in/gp/aw/d/B077CMCFBJ/ref=mp_s_a_1_37?ie=UTF8&qid=1510489202&sr=8-37&pi=AC_SX118_SY170_FMwebp_QL65&keywords=anchoring&dpPl=1&dpID=41Pbr—sGL&ref=plSrch
Best of your assignment…
aadrniy amit ji aapke sujhav mere liye kisi khajane se kam nhi ha. maine kabhi nhi socha tha ki mai bhi kabhi manch sanchalan kar sakta hu. but aapke es amulye prayas se yah samabhav ho paya ha. eske liye mai aapka sada aabhari rhuga.
Thank very much shrikant ji. Apki amulya sarahna se meri urja me briddhi hui. Abhari hun.
sir mai 11th class me hu… mughe apne school ke ferwell party me manch sanchalan karna h.. lekin mai ne aaj tak aisa nahi kya hu..
aap se anurodh h ki meri madad kare..
mere whatsapp nombre me bat kare…
7241154343
dhanyawad
दीपक जी आप उड़ती बात पर publish एंकरिंग स्क्रिप्ट फेयरवेल पार्टी पढ़िए। आपको मदद मिलेगी। धन्यवाद
nice
Thank you very much babli ji.
Sir muze mahila divas par manch sanchalan Karna hai tips chahiye
संध्या जी आप मेरी ebook ‘Anchoring ka superstar’ पढें आपको बहुत मदद मिलेगी। साथ ही उड़ती बात पर महिला सशक्तिकरण पर कविता महिला दिवस पर कविता, महिला उत्पीड़न पर कविता और बेटी दिवस पर कविता पढें। बहुत शुक्रिया
Hello..humko gangaur sinjara aur mehendi program karne ke lie ladies ke lie script chahie. Isle sath program me athithi swagat krne ke lie shayro chahie.
आप उड़ती बात पर उपलब्ध महिला संगीत पर स्क्रिप्ट पढें। ज़रूर मदद मिलेगी। बहुत धन्यवाद
बहुत अच्छी रचना है सर आपकी। बहुत बहुत साधुवाद। आगे भी ऐसी रचनाएँ भेजते रहें।परंतु आग्रह है कि सभी लोग नेट का इस्तेमाल नहीं करते है, अतः हो सके तो पुस्तिका प्रकाशित करने की कृपा करें। धन्यवाद
जी अवश्य राही जी। अभी तो एक ebook प्रकाशित की है जिसका टाइटल ‘Anchoring ka superstar’ है। ईश्वर ने चाहा तो पेपर बुक भी शीघ्र प्रकाशित होगी। आपका बहुत बहुत आभार
सर बुक कहाँ पर मिलेगी कोई पता बताए
अकबर जी, आप गूगल पर अमित जैन मौलिक लिखें या anchoring ka Superstar लिखें लिंक मिल जाएगी। या फिर उड़ती बात के प्रत्येक पोस्ट के ऊपर इसका बैनर लगा है उस पर क्लिक करके भी आप बुक खरीद सकते हैं।
याद रखें यह ईबुक है जो कि मोबाइल पर डाऊनलोड होगी। आप अपनी सुविधानुसार इसे जब चाहे पढ़ सकते हैं। आपका बहुत बहुत धन्यवाद
आप बहुत ही अच्छा जानकारी देते है आपके द्वरा कही गई बाते मुझे बहुत अच्छा लगता है
आपका बहुत बहुत धन्यवाद। बहुत आभार
Sir. Mujhe school me diwali diwas karykram ka sanchalan krna h. Is sambandh me koi script h kya apke pas?
धन्यवाद उमेश जी। क्षमा करें आपको बिलंब से उत्तर दे पाया। अभी तक तो नही लिखी
सर नमस्कार
मैं पहली बार एंकरिंग कर रहा हूँ 26 जनवरी 2019 की एंकरिंग की स्क्रिप्ट्स शीघ्र डालने की कृपा करें
जी अवश्य। बहुत बहुत धन्यवाद
अमित जी, नमस्कार
मुझे इसी रविवार 20 जनवरी को विद्यालय की हीरक जयंती कार्यक्रम में मंच संचालन का जिम्मा सौंपा गया है। आज से पहले कभी इतना बड़ा मंच संचालित किया है। हां 10-20-50 लोगों की छोटी मीटिंग ज़रूर ली है लेकिन इतने बड़े कार्यक्रम में सीधे संचालन की भूमिका मिलना ही मेरे रोंगटे खड़े कर रहा है। उस पर भी अलग-अलग विधाओं के 5-6 अतिथियों का स्वागत-सत्कार और बाकी सारी चीज़ें भी होंगी। अभी तक कोई औपचारिक स्क्रिप्ट भी तैयार नहीं कर पाया हूं। कृपया कुछ ज़रूरी परामर्श दे दें ताकि बिना स्क्रिप्ट के भी संचालन करने में आसानी हो। वैसे वहां विद्यालय के सभी पूर्व साथीगण ही होंगे इसलिए उतना डर तो नहीं है लेकिन फिर भी.. आप समझ सकते हैं… कृपया यथाशीघ्र परामर्श प्रदान करें… धन्यवाद
विपिन जी शायद मैंने आपको वैयक्तिक उत्तर दिया था। आप उड़ती बात पर प्रकाशित लेख पढ़ें। और और प्रवीणता चाहते हैं तो मेरी ईबुक ‘एंकरिंग का सुपरस्टार’ पढ़ें। धन्यवाद। शुभेक्षायें
गुरुवर सादर प्रणाम। मैं देवेन्द्र कुमार दिवाकर dangidhana जिला नरसिंहपुर mp।।।
आपके मंच संचालन के महत्वपूर्ण नियम बहुत ही बढ़िया है मैं उनका अनुसरण कर रहा हूँ।। आपका आशीष मिले गुरुवरजी।
Sir में हिमांशु कुमावत Lab assistant post पर कार्यरत हु
मैरे विद्यालय में जो भी कार्यक्रम होते है उनमें मुजे एंकरिंग करने की बहुत इच्छा होती है पर
मेरे अंदर आत्मविश्वास की कमी है इसलिए में कभी हिम्मत नही कर पाया
कुछ tips दीजिये ना sir
Helpful tips sir
Thank you for share
अमित सर को सादर नमस्कार स्वीकार हो सर जी मैं हीरामणि मिश्र विगत 10 वर्षों से मंच संचालन करता हूं और जब मैं दसवीं में पढ़ता था वह वर्ष था 2001 तभी से मैं संचालन धीरे-धीरे सीख रहा हूं और आपके सुझाव मेरे लिए अभी सिंचित करता है और आप जैसे विद्वान साथियों का बीच-बीच में सहयोग का आभारी हूं
उपयोगी व स्तरीय सुझाव ! हार्दिक साधुवाद !
Shandar
Sir ji
Main bhi manch sanchalan karta hun
Main ek Hindi vyakhyata hun (pri) school star par me sanchalan karta hun.
Ab aapse sikhne me kuchh naya milega or sudhar sambhav hai
Kal hamari school me varshik utsav hai or mujhe sanchalan karna hai
Vaise taiyari achchhi hai but aapke yaha ki jankari or bhi bahut labh pahunchayegi.thanks sir ji
सुंदर आलेख!!
आदरणीय कल आदि गुरु शंकराचार्य की जयन्ती पर मुझे मंच संचालन करना है कृपया मुझे गर्ग्दर्शन देने का कष्ट करें
Hello sir
I’ve to do anchoring on 14 for independence day celebration at the college where im an assistant professor.I’m quite nervous as I’ll be doing this for first time
Please do help 🙏