पासवर्ड : एक ऐसी कहानी जो सावधान करती है।

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‘पर शौर्या आप तो मुझे जानती हो, फिर इतना क्या सोच रही हो बेटा।’

शौर्या के दिमाग में अपनी माँ के वह कहे शब्द बार-बार याद आ रहे थे। दस वर्षों से ऑफिस जाते समय हर रोज रिपीट करती थी चाहे वह ऑफिस के लिए कितना भी लेट हो रही हो ।

फिर से प्रमोद की आवाज़ से वह चौंक कर माँ की कही बातों से बाहर आती है, ‘हाँ चाचू मैं अभी अपने कपड़े चेंज कर के आती हूँ।’

‘अरे बेटा हम कहीं मॉल थोड़ी न घूमने जा रहे हैं, हम तो अस्पताल जा रहे हैं, वो भी तुम्हारे पापा-मम्मा के पास।’

‘बस चाचू पाँच मिनट में आयी रेडी हो कर।’ कहकर शौर्या जल्दी से बिना कोई उत्तर सुने अंदर चली जाती है।

प्रमोद थोड़ा परेशान हो कर आस-पास नज़र मारता है। जाने क्यों वो कुछ डरा हुआ सा था।

‘अच्छा शौर्या में तुम्हारी मदद करता हूँ, तुम्हें तैयार होने में। तुम ये ताला खोलो मेन गेट का।’ प्रमोद थोड़ी उतावली सी आवाज़ में बोलता है।

‘बस चाचू अभी आयी।’ शौर्या की अंदर से आवाज़ आती है।

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मीटिंग में बैठी सुमन शौर्या का फोन आया देख कुछ घबरा सी जाती है और मन ही मन बुदबुदाती शौर्या का फोन उठाती है। उस के बॉस और क्लाइंट आश्चर्य से उस की तरफ देखते हैं, पर वह बिना किसी की परवाह किये बिना ही ‘एक्सक्यूज मी सर’ और फोन रिसीव करती हुई मीटिंग हॉल से बाहर चली जाती है।

घबराई आवाज में सुमन पूँछती है ‘क्या हुआ बेटा?

‘मम्मा वह चाचू कह रहे हैं……. शौर्या एक्सीडेंट का किस्सा बताती है।

सुमन आश्चर्य से ‘नहीं बेटा, आई एम फाइन, मैं और तुम्हारे पापा तुरंत आते हैं मेरी ब्रेव बेबी, डरना मत। और गेट किसी भी हालात में नहीं खोलना।’

‘शौर्या, तुम्हारे पापा और मुझे पहुँचने में 15 मिनिट लगेंगे, और मैंने हंडरेड नंबर पर कॉल भी कर दिया है, पुलिस हम से पहले पहुँच जायेगी।’ सुमन के चेहरे पर हवाइयां उड़ रहीं थीं।

तभी बॉस एकदम गुस्से में केविन से बाहर सुमन के पास आते हैं ‘तुमने मीटिंग को क्या समझ रखा है?’

‘प्लीज़ सर मीटिंग का आप को जो करना हो कीजिए, मुझे अभी घर जाना है। मैं कारण आपको बाद में बताती हूँ।’ और सुमन बॉस की प्रतिक्रिया जाने बिना ही दौड़ लगाती ऑफिस से बाहर निकल जाती है।

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सुमन गाड़ी ड्राइव करते-करते अपने पति प्रशान्त को कॉल करती है और सारा माज़रा उसे जल्दी जल्दी बताती है। प्रशान्त हैरानी से ‘क्या?……

‘मैं उसे जान से मार दूँगा।’ प्रशान्त की दहाड़ती हुई आवाज़ उसे सुनाई दी।

‘उस की जरूरत नही पड़ेगी। मैंने पुलिस………

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