देवी गीत । Devi Geet । माँ गौरी देवी गीत । Maa Gauri devi Geet
देवी गीत
परमेश्वरी सर्वेश्वरी
जग्दिश्वरि माँ नारायणी
माहेश्वरी माँ भवमोचनी
जया भवानी माँ भावनी
कण कण में तुम हो तृण तृण में तुम
सृष्टि तुम्हीं हो सृष्टि में तुम
नीले गगन से अहिलोक तक
तेरी ही लीला माँ भावनी
निधियों की दात्री सम्पूर्ना
कला समाग्री शुभ सर्जना
स्वर शोभना हो सुरसुंदरी
तू ही अगम्या माँ भावनी
कैसे करें हम आराधना
ना जाने भक्ति ना प्रार्थना
ममता की बदली से डोरी बँधी
भक्तों पे बरसो माँ भावनी
देवी गीत
चले आओ मैया पहाडो में आईं
मेरी अम्बे मैया पहाडो में आईं
कहाँ ढूंढ़ते कहाँ पूछते हो
जहाँ की खिवैया पहाडो में आईं
जिसे देख लो तेरे दर पर खड़ा है
मेरी माँ की महिमा भी सबसे जुदा है
तुम्हीं आदि शक्ति तुम्हीं हों अनन्ता
तुम्हीं में विरल है तुम्हीं में सघनता
तुम्हीं शैलपुत्री तुम्हीं दुर्गमा हो
तुम्हीं कालरात्रि तुम्हीं वैष्णो माँ हो
मेरी प्यारी मैया पहाडो में आई
चले आओ मैया पहाडो में आई
दुखों की कतारें सहे जा रहे हैं
तेरी गोद से माँ परे आ गये हैं I
तुम्हारी शरण में सभी को किनारा
तुम्हारे सिवा कौन जग में हमारा
तुम्हीं सिद्धिदात्री तुम्हीं गौरमां हो
तुम्हीं चन्डिके हो तुम्हीं रिद्धिमां हो
लो ममता की छैया पहाडो में आई
चले आओ मैया पहाडो में आई
aap bahut aache likhte hai maa bhawani apko din duni prqgati k path par badhne ka aashiwaad de.
jai maa bhawani
आपका अतुल्य आभार कुनाल जी। आप जैसे चाहने वालों की शुभकामनाएं ही हम लेखकों की ऊर्जा है। आपका कृतज्ञ हूँ। जय माता दी
Bhai Saab excellent likhte toh main bhajan singer hoon aap mere liye khatu sham aur mata rani ke bhajan likh sakte ho kya