मंच संचालन स्क्रिप्ट-गणतंत्र दिवस। manch sanchalan script- Republic Day

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एंकर फीमेल-बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति थी। मैं इस उत्सव के आरंभ में कही हुईं अपनी पंक्तियाँ पुनः दोहराना चाहती हूँ कि.. 

 

वतन पर मर-मिटने के ज़माने गुज़र गए,
मज़ा तो अब इसके लिए जीने में है। 

वाह कितनी बढ़िया बात लिखी है किसी ने । अब रुत कुर्बानी देने की नहीं इस देश को संवारने की है, इसको ज़न्नत बनाने की है, इसको स्वच्छ और सुन्दर बनाने की है। अपने चमन को अपने वतन को संवारना इसे मेहबूब बनाना भी आज के समय की सबसे बड़ी देशभक्ति है।

तो आइये ले चलते हैं आपको अपनी अगली, बहुत ही प्रेरक नुक्कड़ प्रस्तुति स्वच्छ्ता अभियान की ओर जिसे लेकर आ रहे हैं हमारे प्रतिभागी

1……, 2………., 3………., 4………, 5………., 6………….

 

बहुत ही जानदार और प्रभावी प्रस्तुति । कम से कम 1 मिनिट की तालियों की प्रोत्साहन राशि मिलना चाहिए इन कलाकारों को । जोरदार तालियाँ।

कितना अद्भुत सन्देश दे गयी ये प्रस्तुति….. 

 

हमने देखे कई करीबी घोषित दिल के सच्चों को
ज्ञानी ध्यानी महज़ कागज़ी देखा अच्छे अच्छों को
बड़ी बड़ी बातें तो कर लीं छोटी बात भुला दी है
किस प्रकार की अलमस्ती है ये कैसी आज़ादी है
कैसे इनको समझायें हम क्या रह गया बताने को
चलो साथियो निकलें अब भारत को स्वच्छ बनाने को 

 

एंकर मेल– सचमुच हमारे प्रतिभागियों ने कमाल ही कर दिया। आइये अब आप सबको ले चलते हैं सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करती एक अद्भुत नृत्य प्रस्तुति की ओर जिसके प्रतिभागी हैं

1……, 2………., 3………., 4………

मैं इन पंक्तियों के माध्यम से हमारी देश की सौहार्दपूर्ण विरासत की याद दिलाते हुये इस प्रस्तुति की ओर आपको ले चलूंगा कि.. 

 

मंदिर में दाना चुगकर, मस्जिद में पानी पीती है
मैने सुना राधा की चुनरी, कोई सलमा बेगम सीती है
एक रफ़ी थे महफिल महफिल, रघुपति राघव गाते थे
एक हमारे प्रेमचंद जी, ईदगाह सुनाते थे
कान्हा की महिमा गाते, रसखान दिखाई देते हैं
दिखते होंगे हिंदू मुस्लिम सिक्ख ईसाई गैरों को
मुझको तो हर इंसा में भगवान दिखाई देते हैं 

 

आइये ले चलते हैं आपको इस अनुपम प्रस्तुति की ओर। 

 

अद्भुत अद्भुत अद्भुत । बहुत ही कमाल की प्रस्तुति ।
आपकी तालियाँ भी कमाल की होनी चाहिए । 

 

एंकर फीमेल– अंकुर जी (एंकर मेल) आपकी पेश की हुई इस प्रस्तुति ने तो कमाल कर दिया। अब मेरा भी मन कर रहा कि एक इससे भी शानदार देश भक्ति की बयार लिए एक सुमधुर कव्वाली आप सबको सुनवा दी जाये ।

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